Edited By pooja verma,Updated: 26 Feb, 2020 11:45 AM
नगर निगम में विपक्ष के नेता, पार्षद और कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता दविंद्र सिंह बबला ने मंगलवार को यहां हुई निगम की बैठक में कहा कि मैं एक या दो बार नहीं बल्कि कई बार जेल गया, लेकिन केवल सार्वजनिक कारण के लिए।
चंडीगढ़ (राय): नगर निगम में विपक्ष के नेता, पार्षद और कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता दविंद्र सिंह बबला ने मंगलवार को यहां हुई निगम की बैठक में कहा कि मैं एक या दो बार नहीं बल्कि कई बार जेल गया, लेकिन केवल सार्वजनिक कारण के लिए। मुझे यहां और वहां से सत्ता पक्ष के पार्षदों के खिलाफ कई शिकायतें मिलीं, लेकिन मैंने कभी भी एम.सी. हाउस में उन लोगों के बारे में चर्चा नहीं की, लेकिन पिछली एम.सी. हाउस की बैठक में मेरी अनुपस्थिति में कुछ पार्षदों द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप से मैं आहत था।
बबला ने कहा कि हालांकि बीजेपी पार्षद जिन्होंने पिछली हाउस मीटिंग में उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी, वे इस पर प्रतिक्रिया नहीं दे सके, क्योंकि वे घर में देरी से पहुंचे। बबला ने कहा कि उन्हें भ्रष्टाचार करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भगवान ने उन्हें सब कुछ दिया है और वह हर साल सरकार को 25 लाख रुपए का आयकर देते हैं। ज्ञात रहे कि पिछली हाउस की बैठक में एक भाजपा पार्षद ने जलपान पर खर्च बढ़ाने की मांग उठाई थी और बबला के साथ-साथ अन्य कांग्रेसी पार्षदों ने इसका विरोध किया और बैठक से बाहर चले गए। इसके बाद भाजपा के कुछ पार्षदों ने बबला पर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी।
अपने स्त्रोतों से 200 करोड़ आय, 500 करोड़ सैलरी में हो रहे खर्च
निगम सदन में निगम कमिश्नर ने एक बार फिर निगम की वित्तीय स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि निगम की अपने स्रोतों से आय करीब 200 करोड़ है जबकि वेतनमानों में ही करीब 500 करोड रुपए खर्च हो रहे हैं ऐसे में विकास कार्यों के लिए धन की व्यवस्था करना कठिन हो रहा है। उनका कहना था कि इसके बावजूद सड़कों के लिए 63 करोड़ के फंड की व्यवस्था की गई है व उन पर काम बी शुरू हो गया है।
यात्रियों के लिए सड़कें कैसे सुरक्षित हैं?
नगर निगम की बैठक के दौरान दविंद्र सिंह बबला ने मेयर राजबाला मलिक से कहा कि वह शहर की सड़कों की स्थिति पर दिए गए अपने बयान को स्पष्ट करें। ज्ञात रहे कि राजबाला ने कथित तौर पर कुछ दिन पहले सर्वेक्षण पर एक सम्मेलन के दौरान सड़कों पर एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि शहर की सड़कें ठीक हैं। बबला द्वारा एक सवाल उठाए जाने के बाद मेयर राजबाला मलिक नाराज हो गईं, लेकिन अपने बयान को सही नहीं ठहरा सकीं। इस पर निगम कमिश्नर के.के. यादव ने कहा कि वे जल्द ही सड़कों के रखरखाव के लिए 63 करोड़ रुपए का एक समर्पित कोष प्राप्त करेंगे।