Edited By bhavita joshi,Updated: 05 Jun, 2019 12:47 PM
पिंजौर के गांव जल्लाह में अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ हुए करीब छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अवैध नशा मुक्ति केंद्र चलाने वाला शख्स आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
पंचकूला(चंदन मिश्र): पिंजौर के गांव जल्लाह में अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ हुए करीब छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अवैध नशा मुक्ति केंद्र चलाने वाला शख्स आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजिमी है। पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे यह अवैध नशा मुक्ति केंद्र चल रहा था। जिन हालातों में नशा मुक्ति केंद्र में लोगों को रखा जाता था, उसका मुआयना करने के बाद सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
गत वीरवार को एक प्राइवेट बिल्डिंग में अवैध रूप से चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्र में 23 व्यक्तियों को सलाखों के पीछे एक कमरे में बंदी बना कर रखा था। पुलिस को शिकायत मिलने के बाद वहां पर रेड की और 23 लोगों को वहां से छुड़वाया था। इसके बाद सभी को सैक्टर-6 स्थित सामान्य अस्पताल में बने नशा मुक्ति केंद्र में भेज दिया था। अस्पताल में दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई थी। इसके बावजूद दो लोग अस्पताल से भाग गए थे। जिनका अभी तक पता नहीं लग पाया है।
आरोपियों ने 5 हजार में किराए पर ले रखे थे कमरे
गांव जल्लाह में अवैध रूप से चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्र को आरोपियोंं ने 5 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से तीन कमरे किराए पर लिए थे। एक कमरे में ऑफिस जबकि दो कमरोंं मेंं 23 लोगों को रखा था। दरवाजे को लोहे की सलाखों की तरह बनाया था। नशा मुक्ति केंद्र किसी भी व्यक्ति को बाहर नहीं जाने दिया जाता था और उन्हें डंडों से पीटा जाता था।
6 माह पहले ही बनाया था अवैध केंद्र
आरोपी ने 6 माह पहले किराए पर कमरे लिए गए थ्ज्ञे। बिना परमिमशन के अवैध रूप से नशा मुक्ति केंद्र चलाया जा रहा था। नशा छुड़ाने की ऐवज में हर माह हजारों रुपए नशा छुड़ाने आए व्यक्ति के परिजनोंं से लेते थे। जहां यह नशा मुक्ति केंद्र बनाया था उसके आस-पास कोई घर नहीं था। जिस फायदा उठा कर आरोपी अवैध रूप से नशा मुक्ति कंद्र चला रहे थे और मोटी रकम ऐंठ रहे थे। अवैध रूप से बनाए नशा मुक्ति केंद्र के साथ ही प्ले वे स्कूल भी है। बताया जा रहा है कि आरोपी पहले किसी और जगह पर नशा मुक्ति केंद्र चला रहे थे।
गुप्त सूचना के आधार पर डिस्ट्रिक्ट सोशल वैल्फेयर अफसरों की टीम में डॉ. आदित्य व डॉ. विशाल के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली थी की चंडीमंदिर से मोरनी को जाने वाले मार्ग में गांव जलाह की सड़क के किनारे एक घर बना हुआ है। उसमें अवैध रूप से नशा मुक्ति केंद्र चलाया जा रहा है। सूचना के बाद डिस्ट्रिक्ट सोशल वैल्फेयर अफसरों की टीम में डॉ. आदित्य व डॉ. विशाल की टीम सदस्य एवं स्थानीय अमरावती चौकी पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र पर रेड मारी थी। केंद्र के मालिक रोहित हांडा अथवा कर्म सिंह सोढी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।