Edited By Priyanka rana,Updated: 05 Feb, 2020 11:03 AM
चंडीगढ़ प्रशासन ने ओला और उबर कंपनियों के चालकों को आदेश दिया है कि वह हर सूरत में 31 मार्च तक अपनी एंट्री फीस जमा करा दें अन्यथा डिफॉल्टरों के खिलाफ इसके बाद ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट विभाग संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू कर देगा और...
चंडीगढ़(साजन) : चंडीगढ़ प्रशासन ने ओला और उबर कंपनियों के चालकों को आदेश दिया है कि वह हर सूरत में 31 मार्च तक अपनी एंट्री फीस जमा करा दें अन्यथा डिफॉल्टरों के खिलाफ इसके बाद ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट विभाग संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू कर देगा और डिफॉल्टरों पर हैवी पैनेल्टी लगाई जाएगी।
मंगलवार को यू.टी. सचिवालय में ओला और उबर कंपनियों के प्रतिनिधियों की प्रशासक के एडवाइजर मनोज परिदा व प्रशासन के अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई। इसमें कहा गया कि ओला और उबर को स्पैशल केस मानते हुए 15 फरवरी तक का समय दिया जा रहा है। इस तारीख तक पहले दो क्वार्टर की पेमैंट जमा करा दी जाए।
बाकी बची राशि की अदायगी भी 31 मार्च तक कर दी जाए अन्यथा इसके बाद जो भी डिफॉल्टर पाए जाएंगे, उनके खिलाफ ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट जोरदार कार्रवाई करेगा। इसकी जिम्मेदारी कंपनी व उसके चालकों की होगी। इसके बाद किसी तरह की रियायत प्रशासन की तरफ से नहीं दी जाएगी।
एंट्री फीस पड़ोसी राज्यों से काफी कम :
एडवाइजर मनोज परिदा ने कहा कि पैंडिंग राशि तो कंपनियों और चालकों को तुरंत जमा करनी पड़ेगी। इसके लिए महज थोड़ा वक्त दिया जा सकता है। एडवाइजर परिदा ने कहा कि चंडीगढ़ की एंट्री फीस तो महज 333 रुपए प्रति माह है, जो पड़ोसी राज्यों से काफी कम है।
इतनी कम फीस में डिफॉल्टर होने का कोई मतलब नहीं। स्पैशल केस मानते हुए ओला और उबर के ड्राइवरों को 15 फरवरी तक दो क्वार्टर और इसके बाद 31 मार्च तक पूरी एंट्री फीस जमा करानी पड़ेगी। इसके बाद ट्रांसपोर्ट विभाग और ट्रैफिक विभाग पूरी मुस्तैदी से जांच करेगा कि एंट्री फीस जमा कराई गई है या नहीं।
परिदा ने ग्रीन व्हीकल प्रमोट करने को कहा :
परिदा ने एजैंसियों से ग्रीन व्हीकल प्रमोट करने को कहा, ताकि चंडीगढ़ का हरा-भरा स्वरूप बनाया रखा जा सके। यहां बता दें कि ओला और उबर के मुद्दे के चलते बीते दो दिन से चालक गाडिय़ां संचालित नहीं कर रहे।
प्रशासन पर आरोप लगाया जा रहा है कि उनकी गाडिय़ों को रोका जा रहा है और जिन्होंने एंट्री फीस जमा नहीं कराई, उनके चालान काटे जा रहे हैं। इसको लेकर ओला और उबर के ड्राइवर हड़ताल पर रहे। उधर ऑटो चालक भी ट्रैफिक पुलिस के ऑटो इंपाउंड करने को लेकर सोमवार को हड़ताल पर रहे थे। इसकी वजह से सवारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।