दो साल में डिस्एबल पैंशन लेने वालों का आंकड़ा 3000 के पार हुआ

Edited By pooja verma,Updated: 19 Aug, 2019 03:54 PM

in two years the number of disabled pensioners exceeded 3000

शहर में डिस्एबल लोगों को आर्थिक  सहायता देने के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से उन्हें पैंशन दी जाती है, लेकिन अगर हम आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले दो वर्षों में यह आंकड़ा काफी ज्यादा बढ़ा है।

चंडीगढ़ (वैभव): शहर में डिस्एबल लोगों को आर्थिक  सहायता देने के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से उन्हें पैंशन दी जाती है, लेकिन अगर हम आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले दो वर्षों में यह आंकड़ा काफी ज्यादा बढ़ा है। 

 

सूत्रों के अनुसार दो वर्ष पहले शहर में 1800 डिस्एबल समाज कल्याण विभाग के पास रजिस्टर थे, लेकिन साल 2019 मार्च तक 3000 से ऊपर जा चुका है। मार्च से अगस्त तक 40 डिस्एबल पर्सन ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। 

 

डिस्एबल लोगों की मदद करने के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर कई प्रकार की लाभकारी स्कीमों को शहर में चलाया जा रहा है, जिसका शायद ही किसी को पता हो। वहीं दूसरी ओर शहर में डिस्एबल लोगों की बढ़ता रजिस्ट्रेशन कहीं न कहीं विभाग के लिए सिरदर्दी का कारण भी बन सकता है।

 

समाज कल्याण विभाग की ओर से डिसेबल पैंशन में जिस व्यक्ति की विकलांगता 70 प्रतिशत है उसे 2 हजार हर माह मिलती है। विभाग की ओर से कार्ड बनाए जाते हैं। फिर वह व्यक्ति पैंशन पाने के लिए योग्य माना जाता है। 

 

विभाग की ओर से यह सुविधा पैंशन होल्डरों के बैंक खातों में भेजी जाती है। गौरतलब है कि पहले इन पैंशन होल्डरों को पैंशन विभाग के द्वारा निर्धारित की गई जगहों पर मिलती थी। उसमें इन डिसेबल पर्सन को बहुत परेशानी होती थी। 

 

विकलांग होने की वजह से उन्हें कई घंटों तक धूप में लंबी लाइनों में लगना पड़ता था। लेकिन वर्ष 2009-10 में आधार कार्ड के बनने के बाद से तत्कालिन केंद्र सरकार ने सभी पैंशन होल्डरों के खातों में पैंशन देने का प्रावाधान किया था। 

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