Edited By bhavita joshi,Updated: 12 Nov, 2018 11:08 AM
नगर काऊंसिल के गांव नगला के लोग गांव में लगे पीने के पानी के ट्यूबवैल को नगर काऊंसिल की ओर से अपने अधीन लेने में हुई देरी के कारण बिल भरने में असमर्थ हैं।
जीरकपुर(गुरप्रीत): नगर काऊंसिल के गांव नगला के लोग गांव में लगे पीने के पानी के ट्यूबवैल को नगर काऊंसिल की ओर से अपने अधीन लेने में हुई देरी के कारण बिल भरने में असमर्थ हैं। गांव नगला के जीरकपुर नगर काऊंसिल क्षेत्र में शामिल होने के बाद ग्रामीण जल सप्लाई विभाग की ओर से गांव में लगा ट्यूबवैल कागजों में तो नगर काऊंसिल को हैंडओवर हो जा चुका है,परन्तु नगर काऊंसिल की ओर से कागजी कार्रवाई में की जा रही देरी से इस ट्यूबवैल का बिजली बिल भी चार लाख छत्तीस हजार रुपए तक पहुंच चुका है। इस संबंधित संपर्क करने पर नगर काऊंसिल के प्रधान कुलविंद्र सिंह सोही ने कहा कि बिजली विभाग का बिल बकाया होने के कारण इस ट्यूबवैल को टेकओवर करने में समस्या आ रही है।
उन्होंने कहा कि जिस समय ग्रामीण बिल शुल्क वाटर सप्लाई विभाग या बिजली विभाग का ट्यूबवैल का बकाया बिल भर देंगे उस दिन ही इस ट्यूबवैल का प्रभार नगर कौंसिल के पास ले लेंगे। इस संबंधित ग्रामीण जल स्पलाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जिस समय उनके विभाग की तरफ से यह ट्यूबवैल नगर काऊंसिल के हवाले किया गया था उस समय तक उनकी तरफ से बिजली के बिल का भुगतान किया जा चुका था और अब उसके बाद बिल भरने की जिम्मेदारी नगर काऊंसिल की ही बनती है।
विभाग किसी भी समय काट सकता है ट्यूबवैल का कनैक्शन
जिस कारण बिजली विभाग की ओर से किसी भी समय इस ट्यूबवैल का बिजली कनैक्शन काटा जा सकता है और गांव में पीने के पानी का संकट पैदा हो सकता है। गांव नगला के लोगों ने बताया कि गांव में लगा ट्यूबवैल पहले ग्रामीण जल सप्लाई विभाग की तरफ से चलाया जाता था। इसके साथ ही विभाग की ओर से गांव में पीने के पानी का बिल भी एकत्रित किया जाता था परन्तु गांव नगला के नगर काऊंसिल में शामिल होने के बाद जहां ग्रामीण जल सप्लाई विभाग की तरफ से पानी के बिल एकत्रित करने बंद कर दिए थे जहां अब नगर काऊंसिल की तरफ से भी पानी के बिल नहीं लिए जा रहे। जिस कारण बिल हजारों रुपए पार कर चुके हैं परन्तु किसी विभाग की तरफ से पानी की सप्लाई चलाने की जिम्मेदारी न लेने से वह चाहते हुए भी अपने पानी के बिल नहीं भर रहे। जल सप्लाई विभाग और नगर काऊंसिल के अधिकारियों की आपसी तालमेल की कमी से उस समय से बिजली का बिल भी अभी तक नहीं भरा गया है। जिसको कोई भी विभाग भरने के लिए तैयार नहीं है।
नगर काऊंसिल में शामिल होने के बावजूद भी नहीं मिल रही पानी की सुविधा
गांव वासियों का कहना है कि चाहे उनका गांव नगर काऊंसिल में शामिल हो चुका है परन्तु पीने वाले पानी की सुविधा के नाम पर उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है जिस कारण गांव के युवक अपने ही स्तर पर कुछ पैसे इकठ्ठा करके ट्यूबवैल की छोटी मोटी मुरम्मत करवा कर वक्त गुजार रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि गांव में लगे ट्यूबवैल का बिजली का बिल भरवाया जाए और उनके पानी के बिल के पैसे एकत्रित किए जाएं जिससे उन पर पानी के बिलों का अतिरिक्त भार न पड़े।