Edited By Priyanka rana,Updated: 16 Feb, 2019 11:45 AM
पुलवामा में सी.आर.पी.एफ. जवानों पर हुए हमले में देश ने जो खोया है, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती।
चंडीगढ़(पाल) : पुलवामा में सी.आर.पी.एफ. जवानों पर हुए हमले में देश ने जो खोया है, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती। देश में किसी भी तरह की एमरजैंसी से निपटने के लिए पी.जी.आई. हमेशा आगे रहा है। आपदा की इस घड़ी में भी पी.जी.आई. किसी भी तरह की मैडीकल मदद के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह बात पी.जी.आई. डायरैक्टर प्रो. जगतराम ने कही।
उन्होंने कहा कि इस हमले में बड़ी संख्या में जवान घायल हुए हैं। ऐसे मौकों पर ब्लड की बेहद डिमांड रहती है। हमारा ब्लड बैंक काफी बड़ा है और पूरा स्टॉक है। वहीं, अगर डाक्टर्स की जरूरत पड़ती है तो तुरंत मुहैया करवाए जाएंगे। पी.जी.आई. डीन डा. राजवंशी ने कहा कि अगर पी.जी.आई. से किसी भी तरह की मदद मांगी जाती है तो वह इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।
बेटे की शहादत से सदमे में पिता, पी.जी.आई. में हुआ उपचार :
पुलवामा में हुए शहीद हुए एक जवान के पिता को जब बेटे की शहादत की जानकारी मिली तो सदमा लगने के कारण उन्हें दिल में दर्द की शिकायत हुई। यू,पी. के रहने वाले शहीद के पिता को वहां से पी.जी.आई. रैफर किया गया था।
पी.जी.आई. नर्सिंग एसोसिएशन के जनरल सेक्रैटरी सत्यवीर डागर ने बताया कि स्टाफ का शहीदों के परिजनों के साथ पूरा सहयोग है। स्पेशल यूनिट के साथ उनकी देखरेख की गई। देर शाम इलाज के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।