Edited By bhavita joshi,Updated: 26 Feb, 2019 09:26 AM
पिछले लोकसभा चुनाव में आप की टिकट पर लोकसभा चुनाव लडऩे वाली गुल पनाग ने ट्वीट कर सांसद किरण खेर की जमकर तारीफ की है।
चंडीगढ़(राय): पिछले लोकसभा चुनाव में आप की टिकट पर लोकसभा चुनाव लडऩे वाली गुल पनाग ने ट्वीट कर सांसद किरण खेर की जमकर तारीफ की है। वर्ष 2014 में चंडीगढ़ से आप की टिकट पर फिल्म स्टार गुल पनाग ने चुनाव लड़ा था व उन्हें एक लाख से अधिक वोट मिले थे। गुल पनाग सांसद किरण खेर की प्रतिद्वंद्वी थी। वहीं इस बार वह चुनाव न लडऩे की बात कर चुकी हैं।
मूल समस्याओं का निवारण पिछले 5 साल में हुआ
गुल पनाग ने अपने ट्वीट में लिखा कि किरण खेर एक बेहतरीन अदाकारा तो हैं ही साथ ही वह एक जिम्मेदार सांसद भी हैं। संसद में उनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत है। वह अपना अधिकांश समय चंडीगढ़ में ही बिताती हैं। पनाग ने लिखा है कि वर्तमान लोकसभा में अनेक अच्छे सांसद हैं व इनमें से कई फिल्म इंडस्ट्री से हैं। पनाग का कहना है कि हालांकि चंडीगढ़ का राजनीतिक प्रतिनिधित्व रहा है पर उसकी मूल समस्याओं का निवारण पांच वर्षों में ही शुरू हुआ है। पांच वर्षों में ट्रैफिक की समस्या पर विचार किया गया व ट्रिब्यून फ्लाईओवर व मनीमाजरा में अंडरपास की परियोजना को शुरू किया गया। उनका कहना है कि यह तो 10 वर्ष पहले ही होना चाहिए था।
इसके अतिरिक्त चंडीगढ़ में सरकारी नौकरियों में भर्ती की आयु सीमा बढ़ाना, स्कूलों व अस्पतालों के निर्माण आदि का जिक्र करते हुए गुल पनाग ने कहा है कि गत पांच वर्षों में शहर के लिए कई महत्वपूर्ण काम हुए हैं। गुल पनाग ने कहा कि यह एक अभिनेत्री के काम है जिसे अपने शहर से बेहद प्यार है। इसलिए वह पांच वर्षों में वह काम कर गई जो पिछले 10 वर्षों में नहीं हुए। वह अब भी यही कहती हैं कि वह शहर के लिए काम करती रहेंगी क्योंकि उनका यहां आने का और कोई मकसद नहीं है।
उससे लिया होगा रिकार्ड जिसकी उपस्थिति 56 प्रतिशत: किरण खेर
जवाब में किरण खेर ने ट्वीट पर ही संदेश भेजकर न केवल गुल पनाग का धन्यवाद किया अपितु उन्हें यह भी बताया कि उनकी संसद में उपस्थिति 85 प्रतिशत है। खेर ने तंज कसते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने उन पर टिप्पणी करने से पहले उनका रिकार्ड भगवंत मान से लिया होगा, जिनकी संसद में अपनी उपस्थिति 56 प्रतिशत है जोकि राष्ट्रीय औसत से कम है। खेर ने कहा कि उनसे पहले के मंझे हुए राजनेताओं ने केवल अपने व अपने परिवार के लिए बिजनैस एम्पायर खड़े किए पर चंडीगढ़ के लिए औद्योगिक नीति बनाना भूल गए।