Edited By pooja verma,Updated: 25 Sep, 2018 11:16 AM
पंजाब में पिछले तीन दिनों से चल रही बरसात कारण जहां हर तरफ जलथल हो गई है, वहीं ही पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
मोहाली (नियामियां): पंजाब में पिछले तीन दिनों से चल रही बरसात कारण जहां हर तरफ जलथल हो गई है, वहीं ही पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। पंजाब में इस समय धान की फसल पकने के नजदीक है परन्तु इस बरसात कारण बड़ी कई में धान की फसल भी बिछ गई है, इस कारण धान का झाड़ कम निकलने के आसार बन गए हैं।
सुखना झील में पानी का स्तर बढ़ जाने कारण इसके गेट खोल दिए गए हैं, जिस करके पटियाला नदी में भारी मात्रा में पानी आ गया है। भारी बरसात कारण एक बार तो शहर के सभी ही इलाकों में पानी खड़ा हो गया परन्तु प्रशासन की तरफ से बरसाती पानी की निकासी के प्रबंध भी पहले की अपेक्षा बेहतर किए गए थे, जिस करके यह पानी बाद में उतर गया। सुबह से चल रही बरसात कारण लोगों का जीवन पूरी तरहअस्त व्यस्त हो गया है।
गांवों की तरफ प्रशासन दे ध्यान
उधर गांव नियामियां, पोपना, धड़ाक, चोलटा और अन्य कई गांव में पानी ही पानी दिख रहा था। यह पानी लगातार बह रहा है, जिस कारण गांवों के लोग परेशान दिख रहे थे। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन केवल शहरों तक ही सीमित है और गांवों की तरफ किसी का भी कोई ध्यान नहीं है। गांवों के किसानों की पकने आई फसलों पानी में डूब गई हैं।
खेतों में से बरसाती पानी दो-दो फुट तक बह रहा है। लोगों ने मांग की है कि गांवों के लोग भी मोहाली जिले के ही निवासी हैं। इसलिए गांवों की तरफ भी ध्यान दिया जाए। बरसात कारण चाहे दो दिनों के लिए सरकार की तरफ से स्कूलों में छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। इसके बावजूद लोगों की तरफ से बरसात के कारण घरों में से निकलने से गुरेज ही किया जा रहा है और सिर्फ जरूरी कामों के लिए ही लोग घरों में से बाहर निकल रहे हैं।