Edited By bhavita joshi,Updated: 16 Jan, 2019 09:59 AM
दलित समाज का नेता समझकर जिस पार्षद को भाजपा हाईकमान ने मेयर पद का उम्मीदवार घोषित किया था, उसी का मंगलवार को दलित समाज ने विरोध कर दिया।
चंडीगढ़(राय): दलित समाज का नेता समझकर जिस पार्षद को भाजपा हाईकमान ने मेयर पद का उम्मीदवार घोषित किया था, उसी का मंगलवार को दलित समाज ने विरोध कर दिया। दलित समाज के लोगों ने कहा कि भाजपा दलित समाज में आपराधिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसी अन्य भाजपा के बाल्मीकि नेता को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया जाता तो हम भाजपा का स्वागत करते।
राजेश कुमार कालिया का विरोध करते हुए दलित समाज ने बाकायदा प्रैस वार्ता की। दलित नेता भगत राम तिसावर ने कहा कि जिस व्यक्ति को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया है उसके कुछ साथियों ने ही बीते दिनों भगवान बाल्मीकि को अपशब्द कहे थे, जिनके खिलाफ एफ.आई.आर. भी दर्ज नहीं की गई। भाजपा हमेशा लोकतंत्र की दुहाई देती रही है, लेकिन आज आपराधिक छवि के लोग ही समाज का नेतृत्व करने जा रहे हैं।
दलित समाज की छवि खराब करने की कोशिश न करें
चंडीगढ़ दलित वैल्फेयर एसोसिएशन के लोगों ने कहा है कि भाजपा को राजेश कालिया से इतना ही प्यार है तो उन्हें जनरल कैटेगरी से मेयर उम्मीदवार बनाए और दलित समाज की छवि खराब करने की कोशिश न करें। चंडीगढ़ दलित वैल्फेयर एसोसिएशन के लोगों ने भाजपा के आला नेताओं से आग्रह किया है कि राजेश कालिया के संबंध में लिए गए फैसले पर दोबारा सोच विचार करें।
मनीष तिवारी का ट्वीट
मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने ट्वीट कर तंज कसते हुए सवाल उठाया है कि क्या भाजपा के उम्मीदवार बैड करैक्टर के तहत रजिस्टर्ड हुए थे? उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या देश का सबसे पढ़ा लिखा शहर इसके लायक है? उधर कांग्रेस की ही वरिष्ठ नेता और पूर्व मेयर पूनम शर्मा ने तो सतीश कैंथ पर निशाना साधते हुए उन्हें बेगाना तक करार दे दिया। पूनम ने कहा कि कैंथ कांग्रेस छोड़ बी.जे.पी. में शामिल हुए थे।