Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 May, 2018 11:30 AM
इंदौर से चंडीगढ़ आ रही गाड़ी संख्या-19307 के स्लीपर कोच से लुटेरों के गिरोह ने 50 यात्रियों का कीमती सामान और नकदी लूट ली।
चंडीगढ़ (लल्लन): इंदौर से चंडीगढ़ आ रही गाड़ी संख्या-19307 के स्लीपर कोच से लुटेरों के गिरोह ने 50 यात्रियों का कीमती सामान और नकदी लूट ली। लुटेरों ने चेन पूलिंग कर वारदात को अंजाम दिया। इनमें से गिरोह के एक सदस्य को कोच में मौजूद यात्रियों ने काबू कर चंडीगढ़ जी.आर.पी. के हवाले कर दिया।
आरोपी की पहचान नेपाल निवासी सुनील थापा के रूप में हुई है। जी.आर.पी.ने सैक्टर-32 निवासी तेजेश्वरी सिंह राणा की शिकायत पर सुनील थापा व उसके साथियों पर जीरो एफ .आई.आर. दर्ज कर दिल्ली जी.आर.पी. को मामला भेज दिया हैं।
तेजेश्वरी सिंह राणा ने बताया कि घटना के दौरान कई बार रेलवे और आर.पी.एफ.की हैल्पलाइन पर भी कॉल की गई पर कोई मदद नहीं मिली। उन्होने कहा कि इस वारदात को अंजाम दिल्ली व पानीपत के बीच दिया गया।
चेन पुल कर दिया वारदात को अंजाम
इंदौर-चंडीगढ़ सुपरफास्ट ट्रेन में लुटेरे रूक-रूक कर चैन पुङ्क्षलग कर वारदात को अंजाम दे रहे थे। तेजेश्वरी सिंह राणा ने बताया कि वीरवार रात को वह इस ट्रेन में सफर करने लगी थीं, लेकिन जब ट्रेन दिल्ली पहुंची तो ट्रेन की चेन पुलिंग होनी शुरू होगई।
इसके बाद पाया गया कि 10-11 लोग ट्रेन के स्लीपर कोच में चढ़ कर यात्रियों का सामान फैंक रहे थे। कोच में लोगों ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे। उन्होंने कहा कि लुटेरों ने उनका पर्स छीन लिया, जिसमें दो सोने की चेन, 4 सोने की अंगूठी,10 हजार नगदी, दो ए.टी.एम. कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल शामिल है।
मदद के लिए नही आई पुलिस
तेजेश्वरी सिंह राणा ने बताया कि मदद के लिए उन्होंने वूमैन हैल्पलाइन-182 पर भी कॉल की लेकिन वहां से जवाब आया कि सामान की जिम्मेदारी आपकी है। फिर जब यात्रियों की सुरक्षा की बात की तो उन्होंने कहा कि अभी पैट्रोलिंग टीम पंहुचेगी।
हालांकि इस दौरान कोई भी पुलिस जवान मदद के लिए नही आया। यही नहीं रेलवे द्वारा जारी शिकायत नंबर-122 पर भी कॉल की गई पर वहां से भी कोई रिस्पांस नहीं मिला।
ट्राईसिटी के इन लोगों का सामान लूटा
-ट्राइसिटी में रहने वाली माया पत्नी वामन खण्डारे उनकी बहन अल्का कोच नंबर एस-7 में परिवार के साथ सफर कर रही थी। लुटेरे उनके दो पर्स लूट ले गए। माया के पर्स में 5 हजार रुपए, अल्का के पर्स में 30 हजार रुपए, 2 ए.टी.एम.कार्ड आधार कार्ड और तीन मोबाइल शामिल हैं।
-ट्रेन के कोच नंबर एस.-12 की सीट नंबर-8 पर रूपाली सक्सेना सफर कर रही थीं, जिनका चोरो ने मोबाइल चुराया।
-राहुल चौहान कोच नंबर एस.-4 के सीट नंबर-55 पर सफर कर रहें थे, जिनका मोबाइल लूट लिया।
-ट्रेन के कोच नंबर एस.-4 की सीट नंबर-3 पर राजेश गुर्जर सफर कर रहे थे, जिनका मोबाइल व ए.टी.एम.कार्ड लूट लिया।