Edited By Priyanka rana,Updated: 31 Aug, 2019 10:57 AM
राष्ट्रीय स्तर पर अंतर-विश्वविद्यालय खेलों में उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए मौलाना अब्दुल कलाम आजाद (माका) ट्राफी जीतने के बाद पी.यू. में शुक्रवार को विजय जुलूस निकाला गया।
चंडीगढ़(रश्मि) : राष्ट्रीय स्तर पर अंतर-विश्वविद्यालय खेलों में उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए मौलाना अब्दुल कलाम आजाद (माका) ट्राफी जीतने के बाद पी.यू. में शुक्रवार को विजय जुलूस निकाला गया। इसमें खुद प्रो. राजकुमार, खेल निदेशक प्रो. परमिंदर सिंह, राकेश मलिक, सीनेटर नीरू मलिक, कंट्रोलर प्रो. परविंदर सिंह, एफ.डी.ओ. विक्रम नैयर और अन्य अधिकारी एक खुली जीप में ट्राफी के साथ शामिल हुए।
सुबह 11 बजे वी.सी. कार्यालय से निकला जुलूस दोपहर एक बजे के बाद सांसद किरण खेर के समापन भाषण के साथ सम्पन्न हुआ। विजय जुलूस में आगे-आगे ढोल की थाप पर खिलाड़ी व छात्र-छात्राएं नाच रहे थे। काफिले के आगे गाड़ी में कर्मचारी हर मिलने वाले को मोतीचूर के लड्डू बांट रहे थे।
खेल पर ध्यान दिया जाए तो नशे की लत से छुटकारा मिल सकता है :
सांसद किरण खेर ने कहा कि खेलों में यह ट्राफी ऐसे मौके पर आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया मुहिम छेड़ी है। इससे बड़ा उदाहरण कोई पेश नहीं कर सकता जो पी.यू. ने माका जीतकर किया है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए हर किसी के सपोर्ट की आवश्यकता होती है। नशे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नशा सिर्फ पंजाब में ही नहीं है बल्कि पूरे देश में है। अगर खेलों पर ध्यान दिया जाए तो नशेे की लत से छुटकारा मिल सकता है और नशा बंद हो सकता है। वी.सी. ने कहा कि सभी खिलाडिय़ों, स्टाफ और कोच इसके लिए बधाई के पात्र हैं। कालेजों और पी.यू. के सभी टीचिंग, नान-टीचिंग स्टाफ की मेहनत और सपोर्ट के चलते ही ये संभव हो पाया।
उन्होंने कहा कि पी.यू. व कालेजों में कोच व ट्रेनरों के कई पद खाली पड़े हैं लेकिन इसके बावजूद 37 में से 31 स्पर्धाओं में जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि पॉलिसी के मुताबिक ही खाली पदों को भरा जा सकेगा।