Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 27 Jun, 2022 07:58 PM
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड (सी.एच.बी.) ने अपनी 23 रैजीडेंशियल व 2 कर्मिशयल प्रॉपर्टी को फ्री होल्ड पर बेचने के लिए ई-टैंडरिंग की है, जो शहर के अलग-अलग से क्टरों में बनी हुई है। सी.एच.बी. ने प्रॉपर्टी के रिजर्व प्राइस की डिटेल जारी कर दी है, जिसे बोर्ड की...
चंडीगढ़, (राजिंद्र शर्मा) : चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड (सी.एच.बी.) ने अपनी 23 रैजीडेंशियल व 2 कर्मिशयल प्रॉपर्टी को फ्री होल्ड पर बेचने के लिए ई-टैंडरिंग की है, जो शहर के अलग-अलग से क्टरों में बनी हुई है। सी.एच.बी. ने प्रॉपर्टी के रिजर्व प्राइस की डिटेल जारी कर दी है, जिसे बोर्ड की वैबसाइट पर जाकर इच्छुक बोलीदाता चैक कर सकते हैं। 1 जुलाई क ो ई-टैंडरिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 25 जुलाई तक इच्छुक बोलीदाता अपनी पसंदीदा प्रॉपर्टी के लिए ऑनलाइन बोली जमा करवा सकेंगे। इसी दिन विभाग की तरफ से बिड ओपन की जाएगी। इसमें सैक्टर-51 के एम.आई.जी. फ्लैट का रिजर्व प्राइस 90 लाख रुपए रखा गया है। ई-टैंडरिंग में जिस प्रॉपर्टी के लिए जिसकी बोली सबसे ज्यादा होगी, उसे प्रॉपर्टी बेच दी जाएगी।
पहले बोर्ड ई-नीलामी के जरिए आवासीय व व्यावसायिक संपत्तियों की नीलामी करता था, लेकिन अब बेहतर प्रस्तावों और गोपनियता को बरकरार रखने के लिए टेंडरिंग का सहारा ले रहा है। चंडीगढ़ प्रशासन की ई-टेंडरिंग वैबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://द्गह्लद्गठ्ठस्रद्गह्म्ह्य.ष्द्धस्र.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर बोली जमा कराई जा सकेगी। सी.एच.बी. के अधिक ारियों का कहना है कि ई-नीलामी में बयाना राशि बैंक में जमा करानी होती थी। उसके बाद बोर्ड द्वारा उस राशि को मंजूरी दी जाती थी और फिर वह बोली लगाता था। इससे बोलीदाता की गोपनियता खत्म हो जाती थी।
एन.आर.आई. भी लगा सकते हैं बोली
बोर्ड ने यह साफ किया है कि 18 वर्ष से ऊपर देश के किसी भी राज्य में रहने वाला व्यक्ति इस ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया में भाग ले सकता है। प्रॉपर्टी खरीदने के लिए एन.आर.आई. भी बोली लगा सकते हैं। बोर्ड ने कहा है कि जो भी आरक्षित मूल्य तय किया गया है, उसके अनुसार सबसे ज्यादा बोली लगने वाले व्यक्ति को ही मकान बेचा जाएगा। सैक्टर-38वैस्ट, 51, 52 व मनीमाजरा में ये प्रॉपर्टी बनी हुई है।
एरिया रिजर्व प्राइस
सैक्टर-51 एम.आई.जी. फ्लैट 90 लाख
सैक्टर-38 ई.डब्ल्यू.एस. 24.35 लाख
सैक्टर-49 वन बैडरूम 39.38 लाख
सैक्टर-52 ई.डब्ल्यू.एस. 21.13 लाख