Edited By bhavita joshi,Updated: 18 Sep, 2018 11:04 AM
चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड टूरिज्म डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन (सिटको) में 7. 25 करोड़ रुपए की कम ब्याज दर पर एफ.डी. करवाने के गड़बड़झाले में सिटको की अकाउंट्स ब्रांच के एक अधिकारी की गलती सामने आई है।
चंडीगढ़(राजिंद्र): चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड टूरिज्म डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन (सिटको) में 7. 25 करोड़ रुपए की कम ब्याज दर पर एफ.डी. करवाने के गड़बड़झाले में सिटको की अकाउंट्स ब्रांच के एक अधिकारी की गलती सामने आई है। विभाग ने फाइनैंस एंड प्लानिंग अफसर को जांच सौंपी थी, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट में अकाउंट्स ब्रांच के अधिकारी की गलती बताई थी।
इस संबंध में सिटको चीफ जनरल मैनेजर उमा शंकर गुप्ता ने बताया कि जांच अधिकारी द्वारा सबमिट रिपोर्ट में अकॉउंटस ब्रांच के एक अधिकारी की गलती बताई गई थी और रिकवरी के लिए कहा गया था, लेकिन कार्रवाई से पहले संबंधित अधिकारी का पक्ष जानना जरूरी है, जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में सिटको यूनियन की तरफ से शिकायत दी गई थी, जिसके बाद ही सिटको के मैनेजिंग डायरेक्टर जितेंद्र यादव की तरफ से इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए थे।
नीचे के अधिकारियो ने की मनमानी
निचे के अधिकारियो ने मनमानी की और तमाम नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए 15 सितंबर, 2017 को 5.62 कम ब्याज दर पर 7.25 करोड़ रुपए की एफ.डी. इंडियन बैंक में जमा करवा दी। गड़बड़ी का अंदाजा यही से लगाया जा सकता है कि बैंको से जो आवेदन मांगे गए थे, उसमे से इंडियन बैंक ने नीचे से दूसरे नंबर पर 6.50 ब्याज दर ऑफर की थी, जबकि अधिकारियो ने इसे मिलीभगत से इससे भी कम 5.62 ब्याज दर पर इससे इंडियन बैंक में जमा करवा दिया।