Edited By Priyanka rana,Updated: 18 Nov, 2019 02:34 PM
पंजाब पुलिस की ओर से पुलिस कंट्रोल रूम का नम्बर 100 नंबर से बदल कर 112 कर दिया है लेकिन अभी इस नंबर का प्रचार नहीं किया जा रहा। पुलिस की गाड़ियों पर भी 100 नम्बर ही लिखा हुआ है।
मोहाली(कुलदीप) : पंजाब पुलिस की ओर से पुलिस कंट्रोल रूम का नम्बर 100 नंबर से बदल कर 112 कर दिया है लेकिन अभी इस नंबर का प्रचार नहीं किया जा रहा। पुलिस की गाड़ियों पर भी 100 नम्बर ही लिखा हुआ है। लोगों को जरूरत पडऩे पर पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर नहीं मिलता है। एमरजैंसी में लोग अगर 100 नंबर मिलाते हैं तो वह फोन कॉल चंडीगढ़ या फिर पंजाब के किसी अन्य जिले में जा मिलती है।
बता दें कि चंडीगढ़ पुलिस की गाडिय़ों पर तो पुलिस हैल्पलाईन नंबर 100 से बदल कर 112 लिखा जा चुका है लेकिन मोहाली पुलिस ने अभी तक ऐसा नहीं किया। ज्ञात रहे कि पंजाब में पुलिस का हैल्पलाईन नंबर 9 माह पहले 20 फरवरी-19 से चालू किया था। एमरजैंसी में 100 नंबर के अलावा 112 नंबर पर भी कॉल कर पुलिस सेवा ले सकता है। मोहाली में 112 नंबर सेवा का सेंट्रलाईज़ कॉल सैंटर है, बठिंडा में लोकल कंट्रोल रूम सैंटर है। नंबर चालू करते समय ए.डी.जी.पी. लॉ एंड ऑर्डर ईश्वर सिंह ने बताया था कि लोग इस सेवा में मैसेज भी भेज सकते हैं।
किसी आपातकालीन स्थिति में पुलिस सहायता के लिए 100 नंबर के अलावा आप 112 नंबर पर भी फोन कर सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति 112 नंबर पर कॉल करता है तो ये नंबर सीधा मोहाली कॉल सैंटर में पहुंचेगा जहां से ऑटोमेटिक रुप से संबंधी जिला पुलिस के पास कॉल फारवर्ड हो जाएगी। यह सिस्टम पूरी तरह से ऑनलाइन सेवा पर आधारित है।
केन्द्र सरकार ने शुरू किया था टोल फ्री नंबर 112 :
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एन.ई.आर.एस. यानी नैशनल इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम के तहत पूरे देश में हर तरह की आपात सेवा के लिए एक टोल फ्री नंबर लॉन्च करने का खाका तैयार किया था।
112 नंबर से ही पुलिस, अस्पताल, फायर ब्रिगेड व अन्य किसी भी संबंधी विभाग को कॉल ट्रांसफर की जाएगी। इस सिस्टम की खास बात यह है कि कॉल सैंटर से मदद मांगने वाले की लोकेशन नजदीकी पुलिस थाना, चौकी या कर्मी से संपर्क किया जाएगा और तुरंत उस व्यक्ति को मदद पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। मदद मांगने के बाद आपका नंबर बंद भी हो गया तो भी उस व्यक्ति की लोकेशन ट्रेस की जा सकेगी।
एक साथ कई लोग 112 नंबर पर कर सकते हैं बात :
इस नंबर 112 की एक और दिलचस्प बात ये है कि इस सिस्टम के शुरू हो जाने से फोन अंगेज जाने की समस्या का भी समाधान हो जाएगा। क्योंकि एक समय में कई लोग इस नंबर पर बात कर सकेंगे।
यदि इसमें आपदा के समय अधिक कॉल आने लग जाएंगे तो यह ऑटोमेटिड आंसर सिस्टम पर कॉल को डायवर्ट कर देगा। इससे बिना कॉल सैंटर बात किए व्यक्ति की लोकेशन के आधार पर नजदीकी पुलिस थाना, चौकी या पुलिस कर्मी को कॉल ट्रांसफर हो जाएगी।