Edited By Priyanka rana,Updated: 10 Dec, 2019 02:14 PM
चंडीगढ़ नगर निगम अब पूरे शहर का कचरा स्वयं एकत्र करेगा। एक वर्ष की जद्दोजहद के बाद निगम का डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टरों से इस संबंध में समझौता हो गया है।
चंडीगढ़(राय) : चंडीगढ़ नगर निगम अब पूरे शहर का कचरा स्वयं एकत्र करेगा। एक वर्ष की जद्दोजहद के बाद निगम का डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्टरों से इस संबंध में समझौता हो गया है। समझौते के अनुसार कचरा कलैक्टर एकत्र करेंगे लेकिन निगम सीधे घर के मालिकों को कचरा उठाने के बिल भेजेगा।
इस प्रणाली की शुरूआत जनवरी से निगम के ट्विन-बिन हॉपर टिप्पर वाहनों से होगी जो घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करेंगे। डोर-टू-डोर कलैक्टर्स इन वाहनों में सहायक के रूप में काम करेंगे। इस प्रणाली के आरंभ होने के बाद जिस घर से गीला-सूखा कचरा अलग-अलग नहीं मिलेगा निगम उसे जुर्माना भी करेगा। निगम के संबंधित अधिकारी का कहना था कि इस प्रणाली के लागू होते ही शहर में सैग्रीगेशन सुनिश्चित भी हो जाएगा।
डिफाल्टर के पानी के बिल में जुर्माना राशि जोड़ी जाएगी :
निगम के एम.ओ.एच. डा. अमृत पाल सिंह ने बताया कि समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए गए हैं। समझौते के अनुसार सारी व्यवस्था को निगम चलाएगा व गारबेज कलैक्टर सहायक के रूप में काम करेंगे। जो गारबेज कलैक्टर सहायकों के रूप में काम करेंगे, वह निगम को प्रत्येक मकान के नंबर व एरिया में पडऩे वाले मकानों का संख्या के बारे में लिखित रूप में देंगे और निगम सीधे गारबेज कलैक्टर के बैंक खाते में राशि जमा करेगा।
इस व्यवस्था के तहत यदि कोई निवासी कचरे को अलग करने या बिल का भुगतान करने में सक्षम नहीं है, तो उक्त डिफाल्टर के पानी के बिल में जुर्माना राशि जोड़ी जाएगी। इससे पहले शहर में कचरा उठाने वाले निगम के अधीन नहीं थे, जिस कारण पूरी व्यवस्था अव्यवस्थित थी और सैग्रीगेशन भी नहीं हो रहा था।
करीब 250 वाहनों की जरूरत होगी :
निगम के संबंधित अधिकारी ने बताया कि इस व्यवस्था में निगम को करीब 250 वाहनों की आवश्यकता होगी। एक वाहन 800 घरों से कचरा उठाएगा। पूरी योजना को इस महीने होने वाली निगम सदन की बैठक में रखी जाएगी ताकि निगम जनवरी से इस सिस्टम को शुरू कर सके।
निगम के पास इस समय 100 छोटे बिन वाहन हैं और स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने भी ऐसे 40 वाहन देने का फैसला किया है। योजना के अनुसार कुछ गारबेज कलैक्टरों को प्रस्तावित वेस्ट कलैक्शन केंद्रों पर तैनात किया जाएगा। यह केंद्र सहज सफाई केंद्रों के स्थान पर बनाए जाने हैं।