Edited By Priyanka rana,Updated: 08 Mar, 2020 01:01 PM
नगर निगम पंचकूला जनता को बेहतर सुविधाएं न देने के लिए विवादों के घेरों में रहा है। नगर निगम के गठन को चुनौती देकर हाईकोर्ट के माध्यम से भंग करवाने वाले शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष व सरकार में चेयरमैन रह चुके एडवोकेट विजय बंसल ने आर.टी.आई. में मिली...
पंचकूला(मुकेश) : नगर निगम पंचकूला जनता को बेहतर सुविधाएं न देने के लिए विवादों के घेरों में रहा है। नगर निगम के गठन को चुनौती देकर हाईकोर्ट के माध्यम से भंग करवाने वाले शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष व सरकार में चेयरमैन रह चुके एडवोकेट विजय बंसल ने आर.टी.आई. में मिली जानकारी के आधार पर निगम की असक्षमता का एक बड़ा खुलासा कर खट्टर-दुष्यंत सरकार को घेरा है।
बंसल ने बताया कि जब निगम को बनाया तब इसमें 42 ग्राम पंचायतों, नगरपालिका कालका व पिंजौर, नगर परिषद पंचकूला को जोड़कर 40 किलोमीटर लम्बा निगम बनाया परन्तु इसको सफलता से चलाने के लिए सरकारें कोई खास सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा पाईं। 31 जनवरी 2020 को एक आर.टी.आई. के माध्यम से निगम के कार्यप्रणाली संबंधित सूचना मांगी थी जिसमें पूछा था कि निगम में कर्मचारियों के कितने पद है? कितने रिक्त हैं? व कितने कर्मचारी/स्टाफ है? जानकारी मिली कि पंचकूला नगर निगम में 72 प्रतिशत पद खाली हैं और 92 महत्वपूर्ण पद जो खाली पड़े हैं।
बंसल ने कहा कि सूबे की सरकार रोजगार देने में विफल साबित हो चुकी है,जहां सरकार को नए रोजगार पैदा करने चाहिए तो वहीं सरकार सैंक्शन पदों पर भी नियुक्तियां नहीं कर रही। जो सरकार की रोजगार और विकास के लिए जनविरोधी नीति व नियत को स्पष्ट करता है। साथ ही नगर निगम कालका व पिंजौर जोन के लिए कोई भी परमानैंट कार्यकारी अधिकारी नहीं है। नगर निगम ने आर.टी.आई. में सूचना देते हुए बताया कि 128 पद सैंक्शन हैं जिनमें विभिन्न 41 अलग-अलग पोस्ट्स हैं। जिसमें केवल 36 पदों पर ही कर्मचारी कार्यरत है जबकि 92 पद रिक्त है।
24 ऐसे पद हैं, जिन पर कोई भी अधिकारी नियुक्त नहीं :
चौंकाने वाली बत यह भी सामने आई है कि सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर,सिविल ड्राफ्टमैन, सहायक इंजीनियर इलैक्ट्रिकल, डिस्ट्रिक्ट टाऊन प्लानर,सहायक आर्कीटैक्ट, सहायक टाऊन प्लानर, नायब तहसीलदार, कानूनगो,पटवारी,अकाऊंट क्लर्क, मैडीकल अफसर, वैटर्नरी सर्जन, स्टॉकमेन सहायक व वैटर्नरी कम्पाऊंडर, टैक्स सुपरिंटैंडैंट अधिकारी,लीगल सहायक,पी.ए., मैनेजर आई.टी., सहायक मैनेजर आई.टी., लैंड व लाइसैंस सहायक, टैक्स इंस्पैक्टर, सहायक पी.आर.ओ.,जोनल टैक्सेशन अफसर समेत कुल 24 ऐसे पद हैं जिन पर कोई भी अधिकारी नियुक्त नहीं है।
वहीं उप म्यूनिसिपल कमिश्नर यानी एग्जीक्यूटिव अफसर के 2 पदों में से एक, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सिविल के 3 में से एक, सहायक इंजीनियर सिविल की 6 में से 5 पद, सैक्शन अफसर के 3 पदों में 1, ऑफिस सहायक के 10 पदों में से 4, सहायक रिसैप्शनिस्ट के 3 में से 1 पद तो जहां निगम के कामकाज के लिए 8 क्लर्कों की जरूरत है। वहां 6 पद रिक्त हैं।
नगर निगम को किया जाए भंग :
विजय बंसल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग की है कि नगर निगम पंचकूला को तुरंत प्रभाव से भंग किया जाए और पहले की तरह परिषद, पालिकाएं व ग्राम पंचायतें बनाई जाएं, क्योंकि टैक्स लेने के लिए तो निगम सबसे आगे रहता है जबकि सुविधाएं देने के नाम पर कुछ नहीं करता। ऐसे में आमजनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है जिसके लिए निगम भंग किया जाना जरूरी है।