Edited By AJIT DHANKHAR,Updated: 26 Feb, 2021 10:50 PM
सीमाओं को सील और मार्कीट बंद करने पर भी किया जाएगा विचार
कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने पर प्रशासक ने जताई चिंता
चंडीगढ़ (राजिंद्र शर्मा): चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने शुक्रवार को ट्राईसिटी के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि शहर में अगर कोरोना के मामले आगे बढ़ते रहे तो नाइट कफ्र्यू, मार्कीट बंद करने या सीमाओं को सील करने पर विचार किया जाएगा। बदनौर ने लोगों की तरफ से बरती जा रही लापरवाही पर चिंता व्यक्त की और साथ ही लोगों से अपील की है कि वह कोरोना को लेकर नियमों की पालना करके प्रशासन को सहयोग करें।
समारोह में लोगों की संख्या सीमित की जा सकती है
प्रशासक ने कहा कि लोगों ने कोविड के नियमों को हवा में उड़ा दिया है, जैसे कि वह पूरी तरह से खत्म हो गया है। उन्होंने अपनी मंडी, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सुखना लेक, रोज गार्डन जैसी जगहों पर कोरोना वायरस की जांच के लिए मोबाइल टैस्टिंग टीम भेजने के लिए बोला है, क्योंकि यहां ज्यादा लोग एकत्रित होते हैं।
प्रशासक ने विभिन्न समारोह के आयोजकों से आग्रह किया कि अगर उनके यहां कोई कार्यक्रम रखा गया है, तो वे शामिल होने वाले लोगों के लिए मास्क, सैनीटाइजर की व्यवस्था करें। बदनौर ने कहा कि अभी स्थिति नियंत्रण में है, इसलिए स्थिति बिगडऩे से पहले अभी से इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केस बढ़े तो विभिन्न कार्यक्रमों में लोगों की संख्या को सीमित करने पर विचार करेंगे। तब तक उन्होंने लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
निजी अस्पतालों में भी शुरू किया जा सकता है टीकाकरण केंद्र
स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि शहर में अभी कोरोना टीकाकरण के लिए 13 केंद्र उपलब्ध हैं, जिसे अगले कुछ दिनों में बढ़ाकर 16 करने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही शहर के निजी अस्पतालों से भी बातचीत की जाएगी। अगर वे केंद्र सरकार के नियमों पर खरे उतरेंगे, तो वहां भी टीकाकरण केंद्र शुरू किया जाएगा। यहां लोग पैसे देकर टीका लगवा सकेंगे। बैठक में नगर निगम के कमिश्नर के.के. यादव ने बताया कि फिलहाल अपनी मंडी बंद करने की जरूरत नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि वहां पर कोरोना वायरस के दिशा-निर्देशों का पालन हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा।
कोरोना का नया स्ट्रेन तो नहीं, जानने के लिए पुणे भेजे सैंपल
बैठक में पी.जी.आई. के निदेशक प्रो. जगतराम ने बताया कि नेहरू हॉस्पिटल एक्सटैंशन में कोरोना वायरस के 55 मरीज भर्ती हैं। इसमें से 10 चंडीगढ़, 32 पंजाब, 5 हरियाणा और 4 अन्य राज्यों से संबंध रखते हैं। उन्होंने बताया कि करीब 4500 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि कोरोना का नया स्ट्रेन ज्यादा गंभीर हो सकता है, क्योंकि कोरोना के मामले अब तेजी से बढ़ रहे हैं। डॉक्टर मिनी ने बताया कि पुणे के वायरोलॉजी इंस्टीच्यूट में 130 नमूनों को भेजा गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह कोरोना वायरस का कौन-सा स्ट्रेन है। जी.एम.सी.एच.-32 की निदेशक डॉ. जसबिंदर कौर ने बताया कि उनके द्वारा लिए गए नमूनों की सकारात्मकता दर एक प्रतिशत है, जबकि स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. अमनदीप कंग ने बताया कि उनके द्वारा लिए गए नमूनों की सकारात्मकता दर दो प्रतिशत है।