अब केस की जांच फेज-1 थाना नहीं, आई.जी. वी. नीरजा करेंगी

Edited By bhavita joshi,Updated: 06 May, 2019 01:13 PM

now the case examined not phase 1 police station ig v will neerja

शहर के एक नामी डायमंड कारोबारी विकास वालिया के साथ हुई 22.80 करोड़ की ठगी मामले में फेज-1 पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था, मगर पहले तो केस की जांच कर रहे जांच अधिकारी बलविंदर सिंह का कहना था कि पुलिस अशोक मित्तल व अन्य को गिरफ्तार करने के...

मोहाली(राणा): शहर के एक नामी डायमंड कारोबारी विकास वालिया के साथ हुई 22.80 करोड़ की ठगी मामले में फेज-1 पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था, मगर पहले तो केस की जांच कर रहे जांच अधिकारी बलविंदर सिंह का कहना था कि पुलिस अशोक मित्तल व अन्य को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। 

मगर उनके घर पर ताला लगा हुआ है। लेकिन अब उसी जांच अधिकारी का कहना है कि केस की जांच अब उनके पास नहीं बल्कि सीनियर अधिकारी आई.जी. वी नीरजा कर रहे हैं। जिसमें अभी कोई गिरफ्तारी नहीं की जा सकती, शिकायतकर्त्ता विकास वालिया का आरोप है कि अशोक मितल के खिलाफ पंचकूला में उसी की बहनों द्वारा 17 अप्रैल 2018 को सैक्टर-5 के पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करवाया था और उस केस में अशोक मितल 25 अप्रैल को कोर्ट में पेश हुआ था।

क्यों नहीं कर रही पुलिस गिरफ्तार?
शिकायतकर्ता विकास वालिया ने सवाल उठाया है कि जब पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ ठगी का केस दर्ज किया है तो उन सभी की गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रही है। जबकि पहले पुलिस खुद कह रही थी कि सभी की तालाश की जा रही है मगर कोई मिल नहीं रहा है। वालिया ने कहा कि वह पुलिस स्टेशन गए थे जहां पर उसे कहा गया कि अब केस की फाइल आई.जी. वी नीरजा ने अपने पास मंगवा ली है। केस की जांच भी उनकी ओर से ही की जा रही है, जिसके चलते वह अब सोमवार को आई.जी. से मिलेंगे और इस केस के सभी लोगों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करेंगे। 

अभी जांच चल रही है, नहीं कर सकते गिरफ्तारी: एस.एच.ओ. राजकुमार
फेज-1 थाना प्रभारी राजकुमार का कहना है कि जब डायमंड ठगी मामले में केस दर्ज हुआ था। जिसकी जांच कुछ दिनों के लिए जांच अधिकारी बलबिंदर सिंह द्वारा की जा रही थी। लेकिन अब जिनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है उनकी ओर से सीनियर अफसरों को अर्जी दी गई थी। जिसके बाद केस की फाइल अफसरों ने अपने पास मंगवा ली और अब केस की जांच भी उनकी अगुवाई में ही सीनियर अफसर से करवाई जा रही है। जब तक केस की जांच चल रही है, केस में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। 

यह है पूरा मामला 
फेज-1 थाना पुलिस को दी गई शिकायत में विकास वालिया द्वारा बताया गया कि ठगी मामले में दर्ज केस में अशोक मित्तल, पत्नी चेतना मित्तल, बेटी अदिति मित्तल, बेटा अॢपत मित्तल, राज रानी मित्तल व विनोद मित्तल शामिल है। यह सारे आरोपी दिल्ली और पंचकूला के रहने वाले हैं। शिकायत में बताया गया कि 1997 से फेज-5 में अनमोल रत्न ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कारोबार कर रहे हैं। जबकि मुम्बई में भी उनका कारोबार है। उन्होंने बताया उन्होंने बताया कि किट्टी पार्टी में उनकी दोस्ती हुई।

इसके बाद दोस्ती गहरी हो गई। फिर मितल व अन्य ने उसे विदेशों से बढिय़ा क्वालिटी के हीरे मंगवाने का झांसा दिया। शुरू में कुछ हीरे सही दिए जिससे उन्हें फायदा भी हुआ। इसके बाद वह उनकी बातों में आकर करीब 13 करोड़ गंवा बैठे। अदिति मित्तल फैशन डिजाइनर है जो कि देश के फाइव स्टार होटल में एग्जीबीशन लगाती है। उन्होंने बताया कि अदिति और चेतना मित्तल ने दिल्ली के ताज और अशोका होटल में उस समय एग्जीबीशन लगाई थी। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके पास देश के काफी नामी लोग आते हैं। जबकि उनका मैन्युफैक्चरिंग व होलसेल का काम है। ऐसे में उसे बढिय़ा लोगों की जरूरत है। 


प्रदर्शनी में डायमंड भेजने के लिए तैयार हो गया था। एग्जीबीशन लगाने के लिए 9 करोड़ का सामान उधार लिया। इसके बाद जब उन्होंने अपने पैसे मांगे तो आरोपियों ने उन्हें कहा कि दिल्ली में सामान बिका नहीं है। ऐसे में अब जयपुर में एग्जीबीशन लगाएंगे। कुछ समय बाद जवाब आया कि जयपुर की एग्जीबीशन में सारा सामान बिक गया है। 90 दिन में आपको पेमैंट मिल जाएगी। लेकिन न तो पेमैंट दी और न ही सामान दिया गया। ऐसे में 9 करोड़ की ज्वैलरी ठग ली गई। आरोपियों पर पहले भी देश के कई राज्यों में केस दर्ज हो चुके हैं।

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