Edited By pooja verma,Updated: 19 Mar, 2019 01:00 PM
जीरकपुर नगर काउंसिल में कोर्ट में चल रहे केसों को लेकर एक विशेष बैठक बुलाई गई।
जीरकपुर (मेशी): जीरकपुर नगर काउंसिल में कोर्ट में चल रहे केसों को लेकर एक विशेष बैठक बुलाई गई। जिसमें हलका विधायक एन.के. शर्मा ने बैठक की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही ई.ओ. गिरिश वर्मा को रोके गए विकास कार्यों व अवैध निर्माणों पर आड़े हाथों लिया और कामकाज की रफ्तार धीमी चलने पर संबंधित अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।
अफसरों पर जमकर आरोप मढते हुए कहा कि नगर काऊंसिल के पिछले 17 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब अधिकारियों ने पिछले 2 सालों में शहर के अंदर विकास कार्यों नहीं करवाए गए।
यह मीटिंग पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जीरकपुर नगर काउंसिल के चल रहे कोर्ट केसों को लेकर बुलाई गई थी जिसमें प्रमुख रूप में पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा नगर काऊंसिल के अधिकारियों को शहर में बरसाती पानी के निकास न होने के चलते खूब फटकार सुनने को
मिली थी।
बरसाती पानी की निकासी प्लान
हाईकोर्ट ने ई.ओ. नगर काऊंसिल को अगली बार कोर्ट में बरसाती पानी की निकासी पर विस्तृत रिपोर्ट बनाकर लाने के लिए कहा गया था। आज नगर काउंसिल दफ्तर में नगर काऊंसिल अधिकारियों ने विधायक शर्मा को पार्षदों की मौजूदगी में ड्रेनेज विभाग की ओर से बनाया गया नक्शा दिखाया जिसमें शहर के बरसाती पानी की निकासी प्लान है और इसी नक्शे को अधिकारी अगली सुनवाई पर हाईकोर्ट के समक्ष रखने वाले हैं।
रेहड़ी-फड़ी वालों के साथ साठगांठ के आरोप
विधायक एन.के. शर्मा पूरी तैयारी के साथ बैठक में शामिल हुए थे। जबकि काउंसिल प्रधान कुलविंदर सोही चुप ही बैठे रहे और सारी कार्रवाई का मोर्चा विधायक एन.के. शर्मा ने संभाले रखा। विधायक ने अधिकारियों पर रेहड़ी-फड़ी वालों के साथ सांठगांठ के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि शहर के अंदर हजारों की संख्या में रेहडिय़ां चल रही हैं, जिनको सड़कों से हटाने के लिए अधिकारियों को शिकायत दी थी। लेकिन अधिकारियों ने आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
हालांकि मीटिंग में कोई प्रस्ताव पास नहीं किया गया लेकिन जिन कामों के चुनाव आचार संहिता लगने से पहले वर्क ऑर्डर हो चुके हैं उन्हें शुरू करने के लिए सर्वसम्मति से करवाने के लिए कहा गया।