Edited By pooja verma,Updated: 17 Dec, 2019 12:00 PM
शहरभर में 89 पेड पार्किंग को पेड किए जाने की कवायद के तहत अभी तक निगम टैंडर प्रक्रिया में उलझा हुआ है।
चंडीगढ़ (राय): शहरभर में 89 पेड पार्किंग को पेड किए जाने की कवायद के तहत अभी तक निगम टैंडर प्रक्रिया में उलझा हुआ है। पिछले ही दिनों दोनों जोन के लिए मांगे गए टैंडर में 9 कंपनियां मापदंडों पर खरी नहीं उतर सकी।
इनमें से जोन वन में चार और जोन टू में पांच कंपनियां आई थीं लेकिन तकनीकी समिति की ओर से इनमें से किसी भी कंपनी को योग्य नहीं माना। यही कारण है कि अब नगर निगम को फिर से टैंडर कॉल करना पड़ रहा है। एक-दो दिनों में टैंडर कॉल किया जा सकता है।
सितम्बर में पारित हुआ एजैंडा
वहीं, सितम्बर में इस बाबत नगर सांसद किरण खेर की उपस्थिति में यह विवादित एजैंडा पारित किया था। वह इस एजैंडे को पारित करवाने के लिए विशेष तौर पर पहुंची थी। तब कांग्रेसी पार्षदों ने एजैंडे का विरोध में सदन का वॉकआऊट कर दिया था, जबकि सत्तापक्ष भाजपा से एकमात्र पार्षद और पूर्व मेयर देवेश मोदगिल ने एजैंडे को लेकर कुछ पहलुओं पर सवाल उठाते हुए लिखित में आपत्ति भी दर्ज करवाई थी।
तब यह सवाल उठे थे कि निगम के दावे के अनुसार क्या शहरवासियों को पार्किंग स्थलों पर स्मार्ट पार्किंग सुविधा मिल सकेगी? कथित स्मार्ट पार्किंग के नाम पर पिछला अनुभव निगम और शहरवासियों के लिए कड़वा साबित हुआ था।