Edited By Priyanka rana,Updated: 21 Apr, 2019 11:04 AM
चंडीगढ़ प्रशासन के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमैंट ने शहर के अंदर या बाहर ई-वे बिल के बिना सामान लाने और ले जाने के चलते इस माह डिफाल्टरों पर 15 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई है।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ प्रशासन के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमैंट ने शहर के अंदर या बाहर ई-वे बिल के बिना सामान लाने और ले जाने के चलते इस माह डिफाल्टरों पर 15 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई है। विभाग की तरफ से रोड साइड चैकिंग के दौरान ये कार्रवाई की गई है और डिफाल्टरों को भविष्य में नियमों की पालना करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
इस संबंध में असिस्टैंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आर.के. चौधरी ने बताया कि उन्होंने ई-वे बिल के बिना सामान ले जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अपनी चैकिंग तेज कर दी है। चुनाव के चलते इस बार और सख्ती की जा रही है। यही कारण है कि जो भी बिना बिल सामान शहर के अंदर या बाहर ले जा रहा है, उनके चालान काटे जा रहे हैं।
यही कारण है कि वीरवार को विभाग की तरफ से एक ट्रक में स्क्रैप एवं अन्य सामान को बिना बिल शहर के बाहर ले जाते हुए कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि जब उक्त ट्रक को विभाग की एक टीम ने रोका तो वह ले जाने वाले सामान का बिल प्रस्तुत नहीं कर पाया। जिसके बाद ही विभाग की तरफ से उन पर 3 लाख रुपये की पैनल्टी ठोकी गई।
रिटर्न में मिसमैच को लेकर रिकवरी के दिए निर्देश :
गौरतलब है कि जी.एस.टी. 3 बी.आर. रिर्टन में कुछ मिसमैच सामना आया है। यही कारण है कि केंद्र ने प्रशासन को निर्देश दिए है कि इस मिसमैच को दूर करके दोबारा लिस्ट जल्द ही सौंपी जानी चाहिए, जिसके बाद ही इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए विभाग को जिन कंपनियों का बकाया पेंडिंग पड़ा है, उसे वसूलने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा वैट की रिकवरी के लिए भी विभाग को बोला गया है। विभाग को पिछली बार 2500 करोड़ रुपए का टारगेट मिला था, जिसे विभाग ने 2540 करोड़ रुपए के राजस्व के साथ अचीव कर लिया था। इस बार प्रशासन को 2800 करोड़ रुपए का टारगेट मिला है।