Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2018 09:53 AM
चंडीगढ़ पी.जी.आई. में मरीजों की बढ़ती भीड़ पी.जी.आई. प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है।
चंडीगढ़(रवि) : चंडीगढ़ पी.जी.आई. में मरीजों की बढ़ती भीड़ पी.जी.आई. प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है। रोज हजारों मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं, जिससे पी.जी.आई. के विभागों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
वहीं डॉक्टर्स को भी कई कई घंटे ज्यादा काम करना पड़ रहा है। पी.जी.आई. में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों के मरीज आते हैं जिससे पी.जी.आई. पर मरीजों का काफी बोझ है। हालांकि पी.जी.आई. की ओर से भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं लेकिन उनके पूरा होने में काफी समय लग रहा है जिससे ये बढ़ती जा रही है।
तय समय में पूरा नहीं हो पाया नया अस्पताल :
पी.जी.आई. में नेहरू अस्पताल का विस्तार का काम जारी है। यहां एक नया अस्पताल बनाया जा रहा है। इसके पूरा होने के बाद नेहरु अस्पताल पर से मरीजों का बोझ कुछ कम हो सकेगा। लेकिन इस अस्पताल के पूरा होने में तय समय से ज्यादा वक्त लग रहा है। इसकी वजह ये है कि अस्पताल का निर्माण कार्य कई बार रुका। इस वजह से इसके तैयार होने में समय लग रहा है।
इस अस्पताल को दिसम्बर 2017 पूरा किया जाना लेकिन निर्माण कार्य के बार बार रुकने और काम धीमी गति से होने की वजह से इसके लिए जून, 2018 तक का समय निर्धारित किया गया था। लेकिन कुछ दिनों बाद ही पी.जी.आई. प्रशासन ने काम को देखते हुए कहा कि इस योजना को दिसम्बर 2018 से पहले पूरा नहीं किया जा सकता। इस नए अस्पताल में अभी भी काफी काम बाकी है। अगर यह निर्माण कार्य दिसम्बर 2018 तक पूरा नहीं हो पाता तो पी.जी.आई. पर मरीजों का बोझ और बढ़ जाएगा।
परियोजनाएं
-नेहरू अस्पताल का विस्तार का काम जारी
-सारंगपुर में पी.जी.आई. के नए सैंटर का निर्माण
-ऊना और फिरोजपुर में सेटेलाइट सैंटर का निर्माण कार्य जारी
-आसपास के राज्यों से आने वाले मरीजों के लिए रैफरल सर्विस को बेहतर करना
साल 2017 में आए मरीज
हिमाचल प्रदेश 3 लाख 22 हजार
पंजाब 9 लाख 90 हजार
हरियाणा 5 लाख 13 हजार
चंडीगढ़ 5 लाख 44 हजार
उत्तर प्रदेश 1 लाख 12 हजार
जम्मू-कश्मीर 48 हजार
उत्तराखंड 30 हजार
अन्य राज्य 67 हजार
ट्रामा सैंटर में 50 फीसदी मरीज बढ़े
साल मरीजों की संख्या
2015 40580
2016 44579
2017 48754
ओ.पी.डी. में 34 प्रतिशत बढ़े मरीज
साल मरीज
2015 2260301
2016 2418876
2017 2684508