Edited By Priyanka rana,Updated: 03 Sep, 2018 10:57 AM
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चंडीगढ़ में बनने वाले फ्लैटों की योजना अक्टूबर के अंत तक रफ्तार पकड़ सकती है।
चंडीगढ़(साजन) : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चंडीगढ़ में बनने वाले फ्लैटों की योजना अक्टूबर के अंत तक रफ्तार पकड़ सकती है। यू.टी. प्रशासन की ओर से एक्वायर की जाने वाली 120 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है, लेकिन मामला फिलहाल रेट को लेकर ही उलझा हुआ है। विभागीय सूत्रों की मानें तो पी.एम. मोदी के आगमन को लेकर यह फाइल केंद्र में अटकी हुई है।
अक्टूबर या नवंबर के शुरुआत में पी.एम. का दौरा तय होते ही फाइल को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। विदित रहे कि सितंबर से दिसंबर तक वी.वी.आई.पी. मूवमैंट के चलते पुलिस वालों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पी.एम. के दौरे के दौरान पी.जी.आई. सहित सिटी के कई लंबित प्रोजैक्टों का भी उद्घाटन हो सकता है। पी.जी.आई. का मदर एंड चाइल्ड केयर सैंटर भी पी.एम. के दौरे के फाइनल न होने की वजह से लटका हुआ है।
एक लाख 22 हजार 899 आवेदन आए थे :
योजना के तहत बोर्ड को एक लाख 22 हजार 899 आवेदन प्राप्त हुए थे। प्रशासन की ओर से वर्ष 2021 तक चंडीगढ़ के इन डेढ़ लाख लोगों को अपना घर मुहैया कराने की योजना है। वैसे योजना के तहत कोई भी आवेदन कर सकता है। इसके तहत चार कैटेगरी हैं। शर्त यह है कि आवेदन करने वाले का देश में अपने नाम से कहीं फ्लैट या मकान नहीं होना चाहिए।
केंद्र को भेजी थी फाइल :
हाऊसिंग बोर्ड ने करीब 120 एकड़ जमीन एक्वायर करने के लिए केंद्र सरकार को फाइल भेजी थी। सी.एच.बी. ने मलोया, मौलीजागरां और धनास समेत कई ग्रामीण क्षेत्रों में 10 हजार फ्लैट्स का निर्माण कराने के लिए लैंड एक्वायर करने का फैसला किया है।
इनमें ई.डब्ल्यू.एस. कैटेगरी के तहत 3500 फ्लैट, एल.आई.जी. के तहत 3000, एम.आई.जी.-1 के दो हजार और एम.आई.जी.-2 के तहत 1500 फ्लैट्स बनाए जाएंगे।