Edited By Priyanka rana,Updated: 04 May, 2019 10:55 AM
पंजाब के कर्मचारियों और पैंशनरों की जत्थेबंदियों के राज्यस्तरीय संघर्ष के तीसरे दिन चंडीगढ़ में सैक्टर-43 के अंतर्राज्यीय बस अड्डे के नजदीक मरणव्रत पर बैठे मुख्य कर्मचारी नेता सज्जन सिंह को पुलिस बल प्रयोग कर जबरदस्ती उठाकर अस्पताल में दाखिल करवा...
चंडीगढ़(भुल्लर) : पंजाब के कर्मचारियों और पैंशनरों की जत्थेबंदियों के राज्यस्तरीय संघर्ष के तीसरे दिन चंडीगढ़ में सैक्टर-43 के अंतर्राज्यीय बस अड्डे के नजदीक मरणव्रत पर बैठे मुख्य कर्मचारी नेता सज्जन सिंह को पुलिस बल प्रयोग कर जबरदस्ती उठाकर अस्पताल में दाखिल करवा दिया गया।
आंदोलनकारी कर्मचारियों का टैंट भी उखाड़ दिया है। कर्मचारी भड़क उठे और बसों का यातायात ठप्प कर दिया जिस कारण चंडीगढ़ से लंबे रूटों पर जाने वाली बसें कई घंटे तक बंद रही। इसी दौरान पुलिस ने यातायात में विघ्न डालने आदि के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है।
मिली रिपोर्टों के अनुसार सज्जन सिंह को उठाए जाने के बाद पंजाब में विभिन्न जिलों में रोष प्रदर्शन हुए और कई स्थानों पर आंदोलनकारी कर्मचारियों ने चक्का जाम किया। पंजाब सरकार की ओर से कर्मचारी नेताओं को बातचीत कर मामला सुलझाने का प्रयास भी सफल नहीं हुआ। पुलिस की ओर से जबरदस्ती उठा कर अस्पताल में दाखिल करवाए गए सज्जन सिंह ने इलाज और खाने-पीने से साफ इन्कार कर दिया है।
इसी दौरान कर्मचारी जत्थेबंदियों के मुख्य नेताओं दर्शन सिंह लुबाणा, रणबीर ढिल्लों, सी.टी.यू. नेता सुरिंदर सिंह, जगदीश सिंह, जसवंत सिंह सोहन सिंह, जगदीश सिंह चाहल, निर्मल सिंह धालीवाल, अशीष जुलाहा, रणजीत राणवां ने सज्जन सिंह को मरण व्रत से जबरदस्ती उठाए जाने के खिलाफ सख्त रोष प्रकट करते हुए पंजाब भर में दोबारा सड़कों और बस अड्डे जाम करने का आहवान किया है।