क्राइम ब्रांच में दो साल से खाली पड़ी है इंस्पैक्टर की पोस्ट

Edited By Priyanka rana,Updated: 27 Dec, 2019 11:34 AM

post of inspector

पुलिस विभाग के पास सीनियर इंस्पैक्टर मौजूद होने के बावजूद क्राइम ब्रांच में एक इंस्पैक्टर की पोस्ट करीब दो साल से खाली पड़ी हुई है।

चंडीगढ़(सुशील) : पुलिस विभाग के पास सीनियर इंस्पैक्टर मौजूद होने के बावजूद क्राइम ब्रांच में एक इंस्पैक्टर की पोस्ट करीब दो साल से खाली पड़ी हुई है। आला अफसर इस खाली पोस्ट पर मौजूदा किसी भी इंस्पैक्टर को लगाने का नाम नहीं ले रहा। जबकि शहर में आए दिन हत्या लूट और स्नैचिंग की वारदातें हो रही हैं। 

क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग के अफसरों ने क्राइम ब्रांच में तीन इंस्पैक्टरों की पोस्टिंग कर अलग-अलग विंग बनाए थे। जिनमें स्नैचिंग और रोबरी रोकने के लिए एंटी स्नैङ्क्षचग रोबरी सैल, वाहन चोरी रोकने के लिए एंटी ऑटो थैप्ट सैल और हीनियस क्राइम रोकने के लिए हीनियस केस विंग बनाया था। मौजूद पुलिस विभाग के पास खाली पड़ी पोस्ट पर कई सीनियर इंस्पैक्टर क्राइम ब्रांच में लगाने के लिए मौजूद हैं।  

क्राइम ब्रांच में एक इंस्पैक्टर की पोस्ट करीब दो साल से खाली पड़ी है। 3 अक्तूबर 2017 में क्राइम ब्रांच में तीन इंस्पैक्टर तैनात थे। जिनमें इंस्पैक्टर दलबीर सिंह ,इंस्पैक्टर अमनजोत सिंह और इंस्पैक्टर शेर सिंह थे। करीब एक महीने के बाद इंस्पैक्टर दलबीर सिंह डैपुटेशन पर पंजाब में चले गए थे। उसके बाद एक इंस्पैक्टर की खाली पोस्ट हो गई। इसके बाद सारी जिम्मेदारी इंस्पैक्टर अमनजोत सिंह और शेर सिंह पर थी। 

इंस्पैक्टर अमनजोत को सैक्टर-39 थाने का थाना प्रभारी लगाने के बाद क्राइम ब्रांच इंचार्ज रणजीत सिंह को लगाया। लेकिन इस दौरान पोसिं्टग करते हुए पुलिस विभाग ने तीसरे इंस्पैक्टर की पोस्ट खाली छोड़ दी। इंस्पैक्टर की एक पोस्ट खाली होने पर मौजूदा दो इंस्पैक्टरों पर काम का बोझ ज्यादा हो जाता है। 

क्राइम ब्रांच की होती है अहम जिम्मेदारी :
अपराधियों को पकडऩे और आर्गेनाइज क्राइम को रोकने में अहम भूमिका क्राइम ब्रांच की होती है। थाना पुलिस तो अफसरों के सामने लॉ एड ऑर्डर की ड्यूटी का बहाना बनाकर केस सॉल्व करने से बच जाती है। लेकिन क्राइम ब्रांच का काम सिर्फ अपराधियों को पकडऩा होता है। पूरे शहर में क्राइम ब्रांच कहीं पर भी रेड कर आरोपियों को और ऑर्गेनाइज क्राइम को रोक सकती है। 

हीनियस केस दबे हैं फाइलों में :

  • हिमाचल के फॉरैस्ट गार्ड गुलजारी लाल की सैक्टर-10/11 की विभाजित सड़क पर चाकू मारकर बीस हजार नकदी लूटी थी। जिसके बाद पी.जी.आई. में गुलजारी लाल की हत्या हुई। हत्यारों की सी.सी.टी.वी. फुटेज और स्कैच जारी किया गया,लेकिन कुछ नहीं हुआ। आखिर में पुलिस ने हत्यारों का सुराग देने वाले पर एक लाख रुपए ईनाम रखकर पल्ला झाड़ लिया। 
  • डड्डूमाजरा निवासी 40 वर्षीय प्रदीप कुमार की तीन महीने पहले पेट में चाकू मारकर सैक्टर-38 बस स्टॉप पर हत्या की गई। मृतक गारबेज उठाकर अपना गुजारा करता था। सैक्टर-39 थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया,लेकिन केस सुलझा नहीं पाई। फाइल थाने में दबकर रह गई। 
  • पांच नवम्बर को सैक्टर-40 के हनुमान मंदिर के पास सत्यनारायण के सिर में पत्थर मारकर हत्या की गई। हत्या शराब को लेकर हुई। सैक्टर-39 थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की पहचान की,लेकिन पुलिस दो हत्यारों को पकड़ नहीं सकी। 

ये हैं आंकड़े :
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में हत्या के 25 केस, रेप के 101, छेड़छाड़ के 65, सैक्सुल हरासमैंट की 7,स्नैचिंग के 118, वाहन चोरी के 549 केस, हत्या के प्रयास के 27 केस, अपहरण के 160 मामले दर्ज हुए। जिनमें 113 मामले युवती और महिलाओं के साथ हुए। पुलिस की माने तो डकैती के 30 केस,स्नैचिंग के 70 केस, वाहन चोरी के 162 केस, अन्य चोरी के 137 केस सॉल्व किए हैं। 

लूट और डकैती के मामले :

  • सैक्टर-22 स्थित मनी एक्सचेंज ऑफिस से पांच लाख रुपए लेकर मालिक को मोहाली देने जा रहे कर्मी नरेश को गोली मारकर बाइक सवार दो युवक नकदी लूटकर फरार हो गए थे। घायल नरेश के बयानों पर सैक्टर-36 थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया। पुलिस ने सी.सी.टी.वी. फुटेज चेक की लेकिन लुटेरो का कोई पता नहीं लगा। 
  • सैक्टर-44 स्थित ज्वैलरी शोरूम से तीन नकाबपोश हथियारों से लैस युवक तीन करोड़ के गहने लूटकर फरार हो गए थे। लुटेरे शोरूम में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद  हो गए। सैक्टर-34 थाना पुलिस ने शोरूम मालिक हर्ष बेदी के बयानों पर लूट का मामला दर्ज किया। पुलिस ने लुटेरों की फोटो अन्य राज्य की पुलिस को भेजी लेकिन  इसके बावजूद लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा। 
  • उत्तराखंड निवासी कुलदीप सिंह बुडै़ल स्थित होटल ड्रीम पैलेस में जा रहा था। जब वह स्कूल के पास पहुंचा तो तीन युवक ने मारपीट कर बीस हजार नकदी,कंपनी के  बिल, आधार कार्ड, पैन कार्ड, डैबिट कार्ड और क्रैडिट कार्ड लूटकर फरार हो गए थे। सैक्टर-34 थाना पुलिस ने लूट का मामला दर्ज किया था।
  • कार सवार चार लुटेरों ने  सैक्टर-7 और 20/30 गुरुद्वारे के पास दो सब्जी विक्रेता को चाकू मारकर नकदी लूटकर फरार हो गए थे। मुल्लांपुर के अर्जुन से कार सवारों ने सैक्टर-7 के सोशल बार के बाहर सिर में हथौड़ा मारकर छ: हजार नकदी लूटी थी। इसके बाद सैक्टर-20/30 गुरुद्वारे के पास सैक्टर-38 के हरपाल के सिर में हथौड़ा  मारकर कार सवार चारों युवक तीन हजार नकदी लूटकर फरार हो गए थे। 

फिरौती मांगने का मामला :
सैक्टर-35 स्थित होटल जे.डब्ल्यू. मैरिएट होटल में ठहरे रिहान रिकॉर्ड म्यूजिक कंपनी के प्रोड्यूसर कनाडा निवासी संदीप रिहान को वाट्सएप पर बीस लाख की फिरौती मांगने की कॉल आई। कॉलर ने खुद को पंजाब को गैंगस्टर बताया। सैक्टर-36 थाना पुलिस ने संदीप रिहान के बयानों पर फिरौती मांगने वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया। लेकिन पुलिस अभी तक फिरौती मांगने वाले का कोई सुराग नहीं लगा पाई। 
 

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