स्कूली बच्चों को पढ़ाएंगे यौन शोषण के आरोपी पूर्व वी.सी. अरुण ग्रोवर

Edited By bhavita joshi,Updated: 25 Oct, 2018 09:03 AM

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यौन शोषण के आरोप में फंसे पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर को एजुकेशन डिपार्टमैंट ने स्कूली बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है।

चंडीगढ़ (साजन) : यौन शोषण के आरोप में फंसे पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर को एजुकेशन डिपार्टमैंट ने स्कूली बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है। मामले में पंजाब यूनिवर्सिटी के ही बहुत से टीचर आवाज उठा रहे हैं कि कम से कम प्रशासन को इतना ख्याल तो करना चाहिए था कि जो वाइस चांसलर यौन शोषण के आरोप झेल रहा है उससे छोटी कक्षाओं के बच्चों को न पढ़वाया जाए ताकि उनके दिलो दिमाग पर कोई गलत छवि न बने। अरुण कुमार ग्रोवर पर यूनिवर्सिटी की ही एक सीनियर टीचर ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इन आरोपों से अभी वह बरी नहीं हुए हैं।

बच्चों पर क्या असर पड़ेगा, जब उन्हें पता चलेगा
पंजाब यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग के पूर्व चेयरपर्सन विजय कुमार चोपड़ा ने इसको लेकर प्रशासन को पत्र लिखा है जिसमें यह सवाल उठाया है कि एजुकेशन विभाग के क्या इतने बुरे दिन आ गए कि अब एक यौन शोषण के आरोपी टीचर से छोटे बच्चों को पढ़वाएंगे? इन बच्चों की मानसिकता पर इसका क्या असर पड़ेगा, जब उन्हें पता चलेगा कि उन्हें पढ़ाने वाले टीचर पर घिनौने आरोप लगे हैं?  

...तो विभाग के निर्णय का करेंगे रिव्यू
डायरैक्टर आफ स्कूल एंड हायर एजूकेशन रूपिंदरजीत सिंह बराड़ का कहना है कि इससे क्या फर्क पड़ता है कि उन पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं? इतने ऊंचे ओहदे से रिटायर व्यक्ति अगर अपनी इच्छा से बच्चों को पढ़ाना चाहता है तो इसमें गलत क्या है? फिर भी अगर इसको लेकर कोई विवाद बन रहा है तो वह विभाग के निर्णय को रिव्यू कर लेंगे। हमने अपनी इच्छा से उन्हें बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं बुलाया बल्कि उन्होंने एजुकेशन डिपार्टमैंट के प्रोपोजल पर अपना नाम भेजा था।

एजुकेशन सैक्रेटरी से मिलकर खुद जताई थी इच्छा
प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर ने हाल ही में अपना नाम एजुकेशन डिपार्टमैंट के पास भेजा था। ग्रोवर यू.टी. सचिवालय में बीते दिनों सैक्टर 42 कालेज के प्रो. दिलीप कुमार के साथ एजुकेशन सैक्रेटरी से मुलाकात करने भी पहुंचे थे और उन्होंने बच्चों को पढ़ाने की इच्छा जाहिर की थी। विभाग की ओर से उन्हें पढ़ाने की हरी झंडी दे दी गई है। 

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