Edited By bhavita joshi,Updated: 17 Jun, 2019 01:55 PM
बुडै़ल जेल के कैदियों की दिहाड़ी अब सीधे उनके बैंक खाते में जमा होगी।
चंडीगढ़(संदीप): बुडै़ल जेल के कैदियों की दिहाड़ी अब सीधे उनके बैंक खाते में जमा होगी। जेल प्रशासन जल्द ही कैदियों के बैंक खाते खुलवाएगा। अभी तक उन्हें चैक के जरिए भुगतान किया जाता थ। जेल में 450 ऐसे सजायाफ्ता कैदी हैं, जिन से काम लिया जाता है और उसके बदले में उन्हें दिहाड़ी दी जाती है। जेल प्रबंधन कैदियों के स्थायी पते के दस्तावेजों पर ही उनके बैंक खाते खुलवाएगा। कैदी रिहा होने के बाद भी अपने खाते को सुचारू रख सकेंगे।
3 कैटेगिरी में बांटी गई है दिहाड़ी
जेल मैनुअल के हिसाब से यहां सजा काट करे कैदियों की दिहाड़ी को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में वे कैदी आते हैं, जिन्होंने हाल ही काम करना शुरू किया होता है। वे काम सीख भी रहे होते हैं, ऐसे कैदियों को दिहाड़ी के तौर पर 60 रुपए प्रतिदिन दिए जाते हैं। दूसरी श्रेणी में वे कैदी आते हैं, जो काम सीख चुके होते हैं। उन्हें 70 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दिहाड़ी दी जाती है। तीसरी श्रेणी उन कैदियों की है, जो अपने काम में पूरी तरह से निपुण होते हैं। उन्हें 80 रुपए प्रतिदिन मिलते हैं।
कैदी लगा चुका है जेल प्रबंधन के खाते में सेंध
जेल प्रबंधन द्वारा कैदियों की दिहाड़ी चैक के माध्यम से ही दी जाती है जिससे जेल का अधिकतर काम चैक पर ही निर्भर है। इसी बात का फायदा उठाते हुए हाल ही में जेल में बंद एक कैदी ने जेल प्रबंधन के खाते का चैक चुरा कर उस पर अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से लाखों रुपए निकलवा लिए थे। हालांकि मामले सामने आने पर जेल प्रबंधन की तरफ से उस कैदी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था और केस की विभागीय जांच अभी तक चल रही है, क्योंकि जेल प्रबंधन का मामना है कि इस तरह की धांधली एक कैदी अकेला नहीं कर सकता है। उसने इस वारदात को जेल कर्मियों की मिलीभगत या लापरवाही के जरिए ही अंजाम दिया है।