पंजाब इन्फोटैक का चीफ फाइनैंशियल ऑफिसर धोखाधड़ी केस में गिरफ्तार

Edited By bhavita joshi,Updated: 08 May, 2019 11:23 AM

punjab infotech chief financial officer arrested in fraud case

पंजाब इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टैक्नोलॉजी कार्पोरेशन लिमिटेड (पंजाब इन्फोटैक) के चीफ फाईनैंशियल अफसर गनेश प्रसाद गुप्ता (जी.पी. गुप्ता) को पुलिस द्वारा धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार किए जाने का समाचार है।

मोहाली(कुलदीप): पंजाब इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टैक्नोलॉजी कार्पोरेशन लिमिटेड (पंजाब इन्फोटैक) के चीफ फाईनैंशियल अफसर गनेश प्रसाद गुप्ता (जी.पी. गुप्ता) को पुलिस द्वारा धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार किए जाने का समाचार है। पुलिस अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि तो की है लेकिन पुलिस ने उसे ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किए बगैर जांच के नाम पर छोड़ दिया है।

गुप्ता को धोखाधड़ी केस में किया था नामजद, पुलिस ने चंडीगढ़ से किया था गिरफ्तार
केस के शिकायतकर्ता सुखबीर सिंह शेरगिल ने पुलिस स्टेशन फेज-1 मोहाली में 11 जनवरी 2017 को उनकी शिकायत पर पंजाब इंफोटैक के अधिकारी आर.के. सांगवान खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 465, 466, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज किया गया था। सांगवान उस समय कार्पोरेशन में सीनियर एग्ज़ीक्यूटिव डायरैक्टर अस्टेट के तौर पर तैनात थे। 

उसी केस में पुलिस द्वारा गहराई से जांच करने के बाद पुलिस ने आई.पी.सी. की धारा 420 तथा 120बी शामिल करके कार्पोरेशन के चीफ फाइनैंशियल अफसर गनेश प्रसाद गुप्ता को भी केस में नामजद कर लिया था। जानकारी मुताबिक पुलिस ने गनेश प्रसाद गुप्ता को सोमवार को उनके चंडीगढ़ स्थित आफिस से गिरफ्तार किया था। इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-8बी मोहाली स्थित पुलिस चौंकी के इंचार्ज बलजिन्द्र सिंह मंड ने उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

पुलिस पर आरोपी की मदद करने के लगाए आरोप
शेरगिल ने बताया कि पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी गुप्ता को को मोहाली में ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाना चाहिए था लेकिन पुलिस ने उन्हें पेश नहीं किया बल्कि जांच के नाम पर उसे छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि वे पुलिस की इस कार्रवाई को अदालत में ले कर जाएंगे।

ये है पूरा मामला
केस के शिकायतकर्त्ता सुखबीर सिंह शेरगिल ने बताया कि उन्होंने इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-8 मोहाली स्थित प्लॉट नंबर सी-136 पंजाब इंफोटैक द्वारा करवाई गई बोली में जुलाई 2007 को लिया था। जबकि इससे पहले यह प्लॉट 1978 में किसी अन्य व्यक्ति को अलॉट हो रखा था। कार्पोरेशन के अधिकारियों ने सरकारी रिकार्ड में छेड़छाड़ करके सुखबीर शेरगिल तथा उसकी पत्नी गुरबीर कौर शेरगिल को सन् 1978 से अलॉटी दिखा दिया। उसके बाद 12 अक्तूबर 2001 को यह प्लॉट कार्पोरेशन की ओर से फ्री-होल्ड हो गया था।

शेरगिल ने बताया कि हैरानी की बात ये रही कि सरकारी अधिकारियों ने बार-बार रिकार्ड में एंट्री की तथा आर.टी.आई. में भी देते रहे कि उक्त प्लॉट के संबंध में कोई भी देनदारी शेरगिल और उसकी पत्नी के खिलाफ नहीं बनती है। उसके बावजूद अधिकारियों ने पति पत्नी को रिकार्ड में छेड़छाड़ करके 1978  से अलॉटी दिखा कर 4 करोड़ 12 लाख रुपए की पैनल्टी लगा दी जो कि वर्ष 2014 में जमा करवा भी दी गई। बाद में शेरगिल ने पूरे मामले की शिकायत पर पुलिस को दे दी थी जिस दौरान पुलिस ने वर्ष 2017 में सांगवान खिलाफ केस दर्ज किया था और बाद में गुप्ता को भी नामजद कर लिया गया था।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!