Edited By pooja verma,Updated: 20 Aug, 2018 08:42 PM
पंजाब यूनिवर्सिटी में मंगलवार पूटा चुनाव होंगे। चुनाव से एक दिन पहले सोमवार को ग्रुप कैम्पेनिंग में जुटे रहे।
चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी में मंगलवार पूटा चुनाव होंगे। चुनाव से एक दिन पहले सोमवार को ग्रुप कैम्पेनिंग में जुटे रहे। इस चुनावी मैदा में प्रो योगराज-अमरिंदर और प्रो. गिल-गोस्वामी ग्रुप आमने सामने होंगे। चुनाव मंगलावर सुबह साढ़े दस बजे लॉ आडिटोरियम में होना है।
उम्मीदवारों की बात करें तो पंजाबी विभाग के चेयरपर्सन प्रो. योगराज अंगरिश कैंपस में जाना-माना नाम है और वह पहले सीनेटर भी रहे हैं। उससे इससे पहले वह पूटा एग्जीक्युटिव में भी रह चुके हैं।
पिछली सीनेट में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। वहीं सैक्रेटरी पद पर चुनाव लड़ रहे प्रो. अमरिंदर 2016 में पूटा चुनाव लड़ चुके हैं। प्रो. राजेश गिल-गोस्वामी टीम में सिर्फ वाईस-प्रैजीडैंट पद छोड़कर इस बार पुराने सदस्य ही चुनावी मैदान में हैं।
प्रो. गिल सोशियोलॉजी विभाग से हैं और मौजूदा पूटा अध्यक्षा हैं। सैक्रेटरी पद पर चुनाव लड़ रहे प्रो. जे.के .गोस्वामी यू.आई.ई.टी. विभाग में प्रोफैसर हैं। इन दोनों ग्रुप्स में कड़ी टक्कर हो सकती है।
प्रो. खालिद कर रहे प्रो. योगराज ग्रुप के साथ कैम्पेनिंग:
खालिद-अक्षय गु्रप से प्रो. खालिद प्रो. योगराज-अमरिंद्र ग्रुप को समर्थन दे रहे हैं। हालंांिक प्रो. अक्षय अभी तक शांत हैं। उन्होंने पिछली बार प्रो. राजेश गिल को सर्मथन दिया था। हालांकि इस बार वह किसके साथ होंगे यह चुनाव के बाद ही साफ होगा। सूत्रों के मुताबिक दविंद्र ग्रुप भी प्रो. योगराज ग्रुप को समर्थन दे रहा है।
सिर्फ एक बार ही हुई जी.बी.एम.
योगराज-अमरिंद्र ग्रुप के मुताबिक साल भर में पूटा की महज एक ही बार जी.बी.एम. हुई है, जबकि साल में 5 या 6 जी.बी.एम. होनी चाहिए। पी.यू. को सैंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने से लेकर पैंशन स्कीम, सर्विस बुक से लेकर हजारों मुद्दे उठाए गए हैं, जिन्हें दोनों पैनल ही पूरा करवाने के दावे कर रहे हैैं।
यह पैनल हैं आमने-सामने
गिल - गोस्वामी टीम योगराज-अमरिंदर टीम
प्रैजीडैंट प्रो.राजेश गिल प्रो. योगराज अंगरिश
वाईस-प्रैजीडैंट मृत्युंजय प्रो. अनिल कुमार
सैक्रेटरी जे.के गोस्वामी प्रो. अमरिंदर सिंह
ज्वाइंट सैक्रेटरी जे.ए. शेरावत डा.सुमन सुमी
ट्रेजरर अमनदीप सिंह डा. सिमरन प्रीत
एग्जिक्यूटिव ग्रुप के सदस्यों में भी चुनाव होंगे।
डिस्एबल शिक्षकों के मुद्दे भी उठाएंगे, मैनिफैस्टो में किया शामिल
योगराज-अमरिंदर ग्रुप की तरफ से पी.यू. के सोशियोलॉजी विभाग के असिस्टैंट प्रोफैसर विनोद कुमार एग्जीक्युटिव ग्रुप-1 की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं। प्रो. विंनोद ने कहा कि प्रो. राजेश गिल सोशियोलॉजी विभाग से ही हैं, लेकिन उन्होंने हमारे मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया। ऐसे में मैं प्रो. योगराज ग्रुप से जुड़ा। प्रो. विनोद ने कहा कि मैं खुद भी पर्सन विद डिस्एबिलिटी हूं। फैकल्टी, नॉन टीचिंग, स्टूडैंट जो डिस्एबल हैं, उन मुद्दों को हर प्लेटफार्म पर वह उठाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि डिस्एबल शिक्षकों को घर नहीं मिल रहे, कुछ को सिर्फ छोटे टीचर फ्लैट मिले हैं वह भी ऊपर की मंजिलों पर। वहां तक पहुंचना हमारे लिए मुश्किल है। हमें केंद्र सरकार के नियमों के तहत घरों में रिर्जवेशन मिलना चाहिए। वहीं कैंपस में स्पैशल रिक्रूटमैंट ड्राइव चलानी चाहिए। कैंपस में डिस्एबल कैटागरी में कुल 12 शिक्षकों के ही पद हैं व 45 फैकल्टी की पोजीशन खाली पड़ी है।
पी.यू. में 75 नॉन टीचिंग की पोस्ट भी खाली पड़ी है। ये सभी पोस्टें नए रोस्टर सिस्टम के तहत भरी जानी चाहिए। केंद्र सरकार के मानकों के आधार पर ट्रांसपोर्ट अलाऊंस मिलना चाहिए। पी.यू. की हर बिल्डिंग का एक्सैसिबिलिटी ऑडिट होना चाहिए। प्रैस कान्फ्रैंस में कैमिस्ट्री डिपार्टमैंट से डॉ. रमेश कटारिया, यू.आई.ए.एम.एस. से डा. अमन खेड़ा, यूसोल से हरमेल सिंह और डॉ. राजेश व ह्यूमन राइट्स विभाग से रिसर्च फैलो प्रदीप कुमारी उपस्थित थीं।