Edited By Priyanka rana,Updated: 11 Apr, 2019 09:16 AM
पंजाब के गवर्नर और यू.टी. के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबैथ के बुधवार को होने वाली जन्मदिन पार्टी में शिरकत करने से स्पष्ट इनकार कर दिया है।
चंडीगढ़(साजन) : पंजाब के गवर्नर और यू.टी. के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर ने ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबैथ के बुधवार को होने वाली जन्मदिन पार्टी में शिरकत करने से स्पष्ट इनकार कर दिया है।
इसका कारण है भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव और जलियांवाला बाग, अमृतसर में हुए नरसंहार का चल रहा 100वां वर्ष। पंजाब समेत पूरे देश में यह मुद्दा राजनीतिक रंग ले सकता है, लिहाजा बदनौर ने ब्रिटिश हाई कमीशन के डिप्टी हाई कमिश्नर एंड्रयू आयरे को आयोजित होने वाली पार्टी में पहुंचने से इनकार कर दिया है।
क्वीन एलिजाबैथ के 10 अप्रैल को होने वाले जन्मदिन पर प्रशासक वी.पी. सिंह को ब्रिटिश हाईकमीशन, चंडीगढ़ के डिप्टी हाई कमिश्नर एंड्रयू आयरे ने अपने घर पर होने वाली पार्टी में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था। बदनौर को स्पैशल गैस्ट के तौर पर महारानी के जन्मदिन पर बुलावा पहुंचा था। बदनौर ने इस न्यौते को अस्वीकार कर दिया है।
चाहकर भी शिरकत नहीं कर सकते :
बदनौर की ओर से बुधवार को एंड्रयू को लिखे पत्र में कहा गया है कि यह निमंत्रण मेरे लिए बड़े सम्मान की बात थी, लेकिन फैक्ट यह है कि निमंत्रण का समय ऐसा है कि वह इसमें वह चाहकर भी शिरकत नहीं कर सकते। यह निमंत्रण ठीक जलियांवाला बाग, अमृतसर में अंग्रेजों द्वारा किए निर्मम हत्याकांड की शताब्दी के अवसर पर मिला है, लिहाजा वह इसमें शिरकत करने में पूरी तरह से असमर्थ हैं।
भारत के स्वतंत्र होने के बाद दोनों देशों में संबंध बड़े बेहतरीन : वी.पी. बदनौर
पत्र में लिखा कि 1947 में भारत के स्वतंत्र होने के बाद से भारत व ब्रिटेन के संबंध बड़े ही बेहतरीन हैं। दोनों देश हर मसले पर एक दूसरे की सपोर्ट करते हैं। बिजनैस, ट्रेड, एजुकेशन आदि में दोनों देश सांझे तौर पर काम भी कर रहे हैं। दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंध भी मजबूती की कगार पर हैं। भारत ब्रिटेन में दूसरा सबसे बड़ा निवेश करने वाला देश है। ब्रिटेन भी भारत में निवेश करने वाले देशों की सूची में सबसे ऊपर है।
बदनौर ने कहा कि ब्रिटिश मिनिस्टर मार्क फील्ड ने हाऊस आफ कामंस की वेस्टमिनिस्टर हाल में हुई डिबेट में जलियांवाला बाग के निर्मम हत्याकांड पर अफसोस जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन इस पर माफी मांगने की राह पर है जिसका प्रोसैस चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन की प्राइम मिनिस्टर थैरेसा भी जलियांवाला बाग हत्याकांड को निर्मम हत्याकांड और ब्रिटेन के चेहरे पर एक शर्मनाक धब्बे के तौर पर संबोधित कर सकती हैं।