Edited By Priyanka rana,Updated: 19 Sep, 2019 11:17 AM
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित गौरी शंकर सेवा दल गौशाला में 250 से ज्यादा पशुओं की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, कि लालडू में दो माह में ही 200 पशुओं की मौत के मामले ने गौशाला प्रबंधकों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
मोहाली(राणा) : इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित गौरी शंकर सेवा दल गौशाला में 250 से ज्यादा पशुओं की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, कि लालडू में दो माह में ही 200 पशुओं की मौत के मामले ने गौशाला प्रबंधकों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
बुधवार को लालडू में रेड करने गई पंजाब गऊ सेवा कमीशन :
की ओर से पूरे मामले की जांच करने के बाद एक रिपोर्ट बनाकर संबधित विभाग को भेज दी गई है, साथ ही उनकी ओर से मामले में सख्त कारवाई करने की भी मांग की गई है। पंजाब गउ सेवा कमिशन के मैंबर राजंवत राय शर्मा की अगुवाई में बुधवार को लालडू की गौशाला में सीनियर वैटर्नरी आफिसर डेराबस्सी व डाक्टर राजेश नांरग वैटर्नरी ने अचानक रेड की।
राजवंत शर्मा ने बताया कि जैसे ही वह गउशाला में गए तो उन्होंने किसी भी पं्रबधक से कोई बात नहीं की। पहले उन्होंने पशुओं को देखा कि उनको वहां पर कैसा रखा जा रहा है, जहां उन्होंने देखा कि पशुओं की हालत काफी खराब थी। न पशुओं को चारा अच्छा दिया जा रहा था और न ही उन्हें समय पर नहलाया जा रहा था। शर्मा ने कहा कि अगर वह किसी को पहले से ही बताकर गौशाला में जाते तो सबकुछ ठीक हो चुका होता।
यह बनाकर भेजी रिपोर्ट :
शर्मा ने कहा कि लालडू गौशाला रेड में उन्हें पता चला कि पिछले दो माह में 200 पशुओं की मौत हो चुकी है। जिसके बाद उनकी ओर से पशुओं की मौत का कारण जब पता लगाया गया तो पता चला कि इसकी वजह कमजोरी थी। जिस कारण उनमें कनीमियां की कमी भी पाई गई।
जबकि गौशाला में सरकार की ओर से हर सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह गौशाला प्राइवेट फांउडेशन चला रही है, जिसके खिलाफ उनकी ओर से एक रिपोर्ट बनाकर संबधित विभाग को भेज दी गई है।
किसी भी जिम्मेदार को नहीं बख्शा जाएगा : राजवंत शर्मा
पंजाब गउ सेवा कमिशन के मैंबर राजंवत राय शर्मा ने कहा कि वह बेजुबान पशुओं के साथ कोई भी अत्याचार नहीं होने देंगे, अगर उनके पास किसी भी गौशाला या फिर अन्य पशुओं को लेकर कोई शिकायत आती है तो उसे हलके में नहीं लेते। उस पर तुंरत एक्शन लेते हैं। साथ ही वह बिना शिकायत के भी गौशाला में अचानक चैकिंग करते रहेंगे ताकि उनमें रखी जा रहे पशुओं की हालत का पता चल सके।