Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Apr, 2018 08:31 AM
बुड़ैल से 18 फरवरी को तांत्रिकों के बहकावे में आकर घर से अचानक गायब हुई नाबालिग को चंडीगढ़ पुलिस ने उत्तरप्रदेश के सहजपुर कस्बे से बरामद कर लिया।
चंडीगढ़(रमेश) : बुड़ैल से 18 फरवरी को तांत्रिकों के बहकावे में आकर घर से अचानक गायब हुई नाबालिग को चंडीगढ़ पुलिस ने उत्तरप्रदेश के सहजपुर कस्बे से बरामद कर लिया। लड़की ने पुलिस और चाइल्ड हैल्पलाइन में जो बयान दिए हैं, उनसे दिल दहल जाता है। उसे एक युवक दिल्ली रेलवे स्टेशन से साथ ले गया औैर एक अनजान जगह कमरे में बंधक बनाकर 49 दिन तक रोज हवस का शिकार बनाता रहा। पुलिस कुछ भी बताने से कतरा रही है।
वहीं, देर रात तक पुलिस शक के दायरे में आई तीन महिलाओं से पूछताछ कर रही थी। हालांकि अभी मामला दर्ज होने या गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। लड़की का ट्रीटमैंट करवाया जा रहा है। उसका मैडीकल हो चुका है और रिपोर्ट मंगलवार तक आएगी। नाबालिग को मां-बाप के हवाले कर दिया गया है।
पुलिस की एफ.आई.आर. में बालिग, कागजों में नाबालिग :
बेटी गायब होने पर जब परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी तो पुलिस ने डराया कि अगर शिकायत में बेटी को नाबालिग बताया तो उसके वापस आने के बाद आपको कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे इसलिए उम्र 18 के ज्यादा लिखवाओ ताकि परेशानी न हो।
कानून से बेखबर पीड़िता की मां ने पुलिस की हां में हां मिला दी थी और एफ.आई.आर. में उसे पुलिस ने बालिग दिखा दिया लेकिन अब जब वह वापस लौट आई तो पुलिस भी उसे नाबालिग मान रही है। यही वजह है कि चाइल्ड हैल्पलाइन ने उसके बयान दर्ज किए हैं।
मारपीट की, खाने को दी जाती थी दो रोटियां :
नाबालिग ने पुलिस को बताया कि 18 फरवरी को वह घर के पड़ोस में रहने वाली समा, गुड्डो व महनाज नामक महिलाओं के कहने पर दिल्ली डांस कंपीटिशन में हिस्सा लेने की चाहत में निकली थी। तीनों महिलाएं उसे सैक्टर-21 में मिली थी, जहां उन्होंने ही उसे दिल्ली जाने के लिए पैसे दिए।
समा के कहे अनुसार एक व्यक्ति उसे दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लेने आया था। वह उसे एक अनजान जगह में स्थित एक कमरे में यह कह कर ले गया कि उसके ठहरने का बंदोबस्त यहीं किया गया है और कंपीटिशन कल है।
नाबालिग के अनुसार रात को शराब पीकर उस युवक ने उसके साथ जबरदस्ती करनी चाही, जिसका उसने विरोध किया तो उसे मारा-पीटा गया। सारी रात उसके साथ रेप किया गया। यह सिलसिला लगातार 49 दिनों तक चलता रहा। खाने के नाम पर उसे दो रोटियां दी जाती थी। कमरे से बाहर निकलना संभव नहीं था। आसपास कोई रहता भी नहीं था।
7 अप्रैल को मौका मिला तो निकल भागी कैद से :
पीड़िता ने बताया कि उसे कोई नशीली दवा भी दी जा रही है, जिसके चलते वह बेसुध रहती थी। 7 अप्रैल को उक्त शख्स कमरे से निकला तो नशे में ताला लगाना भूल गया। मौका मिलते ही वह कमरे से निकल भागी।
एक व्यक्ति से फोन मांग कर पहले मां को लगाया, फिर मुरादाबाद में अपने रिश्ते के भाई को फोन किया। फोन वाले शख्स ने ही उसे मुरादाबाद की बस में बिठाया। तड़के चार बजे वह मुरादाबाद पहुंची जहां उसके दादा-दादी व अन्य रिश्तेदार उसे सहजपुर ले गए और चंडीगढ़ में उसके मां-बाप को सूचित किया। इसके बाद पुलिस यहां से परिजनों के साथ गई और सोमवार सुबह नाबालिग को लेकर चंडीगढ़ आई।