Edited By Priyanka rana,Updated: 25 Jul, 2019 10:23 AM
ग्रिड (गवर्नमैंट रीहैब्लिएटेशन इंस्टीच्यूट फॉर इंटलैक्चुुअल डिसेबिलिटीज) सैक्टर-31 में बुधवार को कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मियों ने कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ नारेबाजी की।
चंडीगढ़(पाल) : ग्रिड (गवर्नमैंट रीहैब्लिएटेशन इंस्टीच्यूट फॉर इंटलैक्चुुअल डिसेबिलिटीज) सैक्टर-31 में बुधवार को कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मियों ने कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ नारेबाजी की।
कर्मियों का कहना है कि पिछले 2 सालों से वह जी.एम.सी.एच. एडमिनिस्ट्रेशन के अंडर हैं लेकिन दो दिन पहले ही उनका नया कॉन्ट्रैक्टर अप्वाइंट हुआ है। रूटीन के पेपर वर्क के दौरान उनसे रिजाइनिंग लैटर पर धोखे से साइन करवा लिए गए हैं। इसके साथ ही कॉन्ट्रैक्टर उनके अकाऊंट से 70 प्रतिशत तक पैसा निकला सकता है। इस एक क्लॉज पर भी उनके साइन लिए गए हैं।
उन्हें जैसे ही इसका पता चला तो उन्होंने सुबह 10 से लेकर 11 बजे तक कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद वे ग्रिड के एडमिनिस्ट्रेटर से भी मिलने पहुंचे, जिन्होंने मामला शांत करवाया। कॉन्ट्रैक्टर से सभी पेपर वापस ले लिए गए हैं। कॉन्ट्रैक्टर वर्कर एसोसिएशन के मुताबिक पुराने वर्करों को निकालने के लिए यह एक योजना थी ताकि पैसे लेकर नए वर्करों को भर्ती किया जा सके।