Edited By Priyanka rana,Updated: 07 Jun, 2019 02:12 PM
स्कूल गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एस.जी.एफ.आई.) की बैठक हुई जिसमें 65वीं स्कूल नैशनल गेम्स के दौरान चंडीगढ़ को दो खेलों की मेजबानी 2019-20 की मिली।
चंडीगढ़(लल्लन) : स्कूल गेम्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एस.जी.एफ.आई.) की बैठक हुई जिसमें 65वीं स्कूल नैशनल गेम्स के दौरान चंडीगढ़ को दो खेलों की मेजबानी 2019-20 की मिली। जिसमें लड़कों व लड़कियों की अंडर-19 फैंसिंग चैम्पियनशिप तथा हॉकी की अंडर-17 लड़के व लड़कियों वर्ग के खेल शामिल हैं।
एस.जी.एफ.आई. के उपाध्यक्ष अमरदीप सिंह ने बताया कि फैडरेशन की मीटिंग उत्तराखंड में 4 व 5 जून को हुई, जिसमें चंडीगढ़ को दो खेलों की मेजबानी दी गई। इसको लेकर विभाग की ओर से स्कूल नैशनल गेम्स की मेजबानी को लेकर अधिकारियों ने अपनी तैयारी करनी शुरू कर दी है। ये दोनों टूर्नामैंट का आयोजन अक्तूबर व नवम्बर में किए जाने की उम्मीद है। विभाग के पास फैंसिंग के लिए तो हॉल उपलब्ध हैं लेकिन हॉकी को लेकर मैदान तैयार करने की अवश्यकता पड़ सकती है।
फैंसिंग के लिए स्पोर्ट्स काम्पलैक्स तैयार :
हॉकी के मैदान को लेकर जहां शिक्षा विभाग को मंथन की आवश्यकता होगी। वहीं फैंसिंग के लिए विभाग के पास कई स्पोर्ट्स काम्पलैक्स में जिम्नेेजियम हॉल बने हुए हैं। ऐसे में विभाग की तरफ से फैंसिंग प्रतियोगिता का आयोजन इन स्कूलों में किया जा सकता है।
फैंसिंग में चंडीगढ़ की टीम बेहतरीन :
स्कूल नैशनल में चंडीगढ़ की फैंसिंग टीम की बात की जाए तो शहर की सबसे बेहतरीन टीमों में शामिल हैं। फैंसिंग ही एक ऐसा खेल है जिसमें चंडीगढ़ टीम का हमेशा ही पदक आता रहा है। स्कूल नैशनल गेम्स 64वीं की बात की जाए तो चंडीगढ़ की फैंसिंग ने बेहतरीन प्रदर्शन करके खिताब जीतने में सफल रही है। अमृतसर में खेली गई अंडर-19 फैंसिंग प्रतियोगिता में चंडीगढ़ की टीम ने 1 गोल्ड,सिल्वर तथा 4 कांस्य पदक जीते थे।
इसके साथ ही शहर की अंडर-14 व 17 आयु वर्ग की टीम ने भी नैशनल में बेहतरीन प्रदर्शन करके खिताब जीतने में सफल रही है। लेकिन वहीं हॉकी की बात की जाए तो अंडर-17 आयु वर्ग की टीम को पदक जीतने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। हलांकि चंडीगढ़ की अंडर-19 टीम ने स्कूल नैशनल में स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन अंडर-17 की लड़कों व लड़कियों दोनों ग्रुप की टीम लीग दौर में बाहर हो गई थी। ऐसे में मेजबानी मिलने से खिलाडिय़ों को बेहतरीन प्रदर्शन करने का भी दवाब होगा।
शहर में हॉकी के सिर्फ दो ही मैदान :
चंडीगढ़ को भले ही 65वीं स्कूल नैशनल गेम्स में अंडर-17 हॉकी प्रतियोगिता की मेजबानी मिली है, लेकिन चंडीगढ़ में हॉकी मैदान की बात की जाए तो दो ही बेहतरीन हॉकी के मैदान उपलब्ध हैं। ऐसे में विभाग को हॉकी के मैदान तैयार करने होंगे।
जानकारी के अनुसार एक इवैंट में तकरीबन 25 से अधिक राज्यों की टीमें भाग लेती हैं। ऐसे में विभाग मैदान को लेकर परेशानी में आ सकता है। शहर में एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम-42 तथा ग्रास हॉकी का मैदान-18 हैं। ऐसे विभाग को यह भी ध्यान देना होगा की स्कूल नैशनल हॉकी चैम्पियनशिप के मुकाबले एस्ट्रो टर्फ या ग्रास मैदान पर करवाने हैं। ऐसे में विभाग को स्कूल में बने मैदानों को मैंटेन करने की अवश्यकता होगी।