Edited By Priyanka rana,Updated: 29 Sep, 2019 09:45 AM
सीनेट मीटिंग के दौरान सांसद किरण खेर गुस्से में दिखी। उन्होंने कहा कि यहां इलीगल एक्टिविटी हो रही हैं, सभी बदले जाएंगे।
चंडीगढ़(रश्मि) : सीनेट मीटिंग के दौरान सांसद किरण खेर गुस्से में दिखी। उन्होंने कहा कि यहां इलीगल एक्टिविटी हो रही हैं, सभी बदले जाएंगे। आप मुझे फोर्स कर रहे हैं। मैं इसका जवाब जरूर दूंगी। खेर ने सीनेटर अनु चतरथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अब बाइबल की बात करती हैं।
यहां जिस तरह शोर मचता है ऐसा लगता है जैसे विभाजन हो गया हो। वहीं चतरथ का यह कहना गलत है कि सीनेटर वी.सी. की चेयर की इज्जत करते हैं। पूर्व वी.सी. प्रो. अरुण ग्रोवर के साथ भी यहां बुरा व्यवहार हुआ है। सब जानते हैं। यहां सीनेट में डी.एस.डब्ल्यू. प्रो. नाहर के नाम पर ही चर्चा हो रही है। तीन बार उन्हें एक्सटैंशन मिलने के बाद भी इतना झगड़ा हो रहा है।
चतरथ ने कहा कि हाऊस में इस तरह से किसी पर कमैंट्स नहीं करना चाहिए। इज्जत देनी चाहिए और इज्जत लेनी चाहिए। खेर ने कहा कि बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी...। यह सीधे तौर पर कुछ सीनेटरों पर खेर का निशाना था। खेर ने कहा कि एमिनिएंट प्रोफैसर हो तो उसके लिए झगड़ा किया जा सकता है। यहां ग्रुप बन चुके हैं। हम बहुत गरीब हैं, जो हमारे पास कोई और प्रोफैसर नहीं है।
घर से बाहर नहीं जाने चाहिए मुद्दे :
सीनेटर संजय टंडन ने कहा कि इस तरह के मुद्दे वी.सी. चांसलर को ऑथोराइज करने चाहिए। सिर्फ वोट करके किसी को चुनने के लिए सीनेट की स्पैशल बैठक करना पड़े यह गलत है। यह मुद्दा पी.यू. का था, इसे सीनेट में ही सुलझा लेना चाहिए था। इस तरह के घरेलू मुद्दों को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए।
सीनेटर की कोई सुनने को तैयार नहीं एजैंडा है फिक्स : सीनेटर झांजी
सीनेटर आर.सी. झांजी ने कहा कि कोर्ट के रिजॉल्व पार्ट में कहीं नहीं लिखा कि इस मुद्दे पर वोटिंग करवानी चाहिए। फिर भी यहां वोटिंग को लेकर ही आवाज उठ रही है। किसी भी तरह से सीनेटर कोई बात सुनने के तैयार नहीं है। यहा एजैंडा फिक्स है। यह खतरनाक चलन है।