शुभमन को टीम इंडिया में जगह, पिता बोले हमारी तो लोहड़ी की खुशियां डबल हो गईं

Edited By bhavita joshi,Updated: 14 Jan, 2019 09:29 AM

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शहर के खिलाड़ी शुभमन गिल को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिलने के बाद यहां जश्न का माहौल है।

चंडीगढ़(लल्लन): शहर के खिलाड़ी शुभमन गिल को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिलने के बाद यहां जश्न का माहौल है। शुभमन को आस्ट्रेलिया के साथ चल रही सीरीज व न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया है। गिल ने बताया कि अब उनका फोकस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करना है। शुभमन के पिता लखविंदर सिंह ने कहा कि लोहड़ी पर तो हमारी खुशियां डबल हो गईं।

 मीडिया के साथ बातचीत में गिल ने कहा कि यदि टीम मैनेजमैंट मुझे ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड में खेलने के लिए मौका मिलेगा तो इन दोनों सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करके वर्ल्डकप के लिए भी अपनी दावेदारी मजबूत कर सकता हूं। टीम स्टाफ मुझे जिस भी नंबर पर खेलने के लिए मौका देगा में तैयार हूं। मेरा उद्देशय है कि टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन कर सकूं।

अंडर-19 वर्ल्ड कप के हीरो: 124 की औसत से बनाए थे रन
अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम में शुभमन गिल का शानदार प्रदर्शन रहा है। 30 जनवरी 2018 को सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शुभमन के नाबाद 102 रनों ने टीम को फाइनल में पहुंचाया और वर्ल्ड कप जिताया। इसी पारी की बदौलत शुभमन टूर्नामैंट में मैन ऑफ द सीरीज चुने गए थे। उन्होंने विश्व कप में पांच मैचों में 124 की औसत से 372 रन बनाए थे, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 112.38 रहा था। उन्हें शानदार औसत के लिए यूथ क्रिकेट में जूनियर डॉन ब्रेडमैन कहा जाता है।

रणजी के रण में भी मचाया तहलका
बता दें कि शुभमन ने रणजी में 10 पारियों में 98.75 के औसत से 790 रन बनाए हैं। यही वजह है कि चयन समिति ने उन पर भरोसा दिखाया है। शुभमन गिल ने मोहाली के पी.सी.ए. स्टेडियम में दोहरा शतक लगाकर चयनकर्ताओ का ध्यान भी आकर्षित किया था। 

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शुभमन के पहले कोच हैं उनके पिता
साल 1999 में पंजाब के फाजिल्का में जन्मे शुभमन की बचपन से ही खेल में रुचि थी। उनकी इस रुचि को उनके पिता लखविंदर सिंह ने सही समय पर पहचान लिया था। लखविंदर भी क्रिकेटर बनना चाहते थे। अवसरों के अभाव में भले ही उन्होंने अपना यह सपना पीछे छोड़ दिया हो, लेकिन वह अपने बेटे के पहले क्रिकेट कोच बने। शुभमन जब काफी छोटे थे, तब से ही उनकी खेल में रुचि रही है। उन्होंने 3 साल की उम्र में ही बल्ला उठाना शुरू कर दिया था। शुभमन को बेहतर ट्रेनिंग दिलाने के लिए उनके पिता फाजिल्का जिले के अपने गांव को छोड़कर मोहाली में शिफ्ट हो गए थे।

युवराज और दिनेश कार्तिक ने दी बधाई
पंजाब के सीनियर खिलाड़ी युवराज सिंह और आई.पी.एल. के कप्तान दिनेश कार्तिक शुभमन को शुरू में बधाई देने वाले खिलाडिय़ों में शामिल रहे।

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