Edited By Priyanka rana,Updated: 30 Aug, 2019 02:09 PM
चंडीगढ़ प्रशासन सोलर पावर को प्रोमोट करने के लिए प्रयास कर रहा है। इसके प्रशासन ने छत पर लगने वाले पैनल की बैंचमार्क कॉस्ट घटा दी है।
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ प्रशासन सोलर पावर को प्रोमोट करने के लिए प्रयास कर रहा है। इसके प्रशासन ने छत पर लगने वाले पैनल की बैंचमार्क कॉस्ट घटा दी है। इसके चलते 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाना अब और सस्ता हो गया है। इसकेे साथ ही पैनल पर मिलने वाली सबसिडी से अच्छी-खासी कमाई की जा सकती है। रूफटॉप सोलर के लिए 30 से 40 प्रतिशत की छूट दी है।
आदर्श शहर बनाने की बनाई योजना :
मीटिंग में कहा गया कि प्रशासन के चंडीगढ़ को आदर्श सौर शहर बनाने के लिए योजना बनाई है। यू.टी. प्रशासन के चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद ने सोलर पैनल की प्रक्रिया के सरलीकरण पर जोर दिया, ताकि नागरिकों को अधिक से अधिक छत पर सौर ऊर्जा की स्थापना के लिए आगे आएं। इससे लोग आसानी से व्यवसाय भी कर सकते हैं।
योजना का लाभ उठाने के लिए आगे आएं लोग : होम सैक्रेटरी
होम सैक्रेटरी ने लोगों को बताया कि भारत सरकार ने छत पर सौर ऊर्जा के लिए नई सब्सिडी योजना को अधिसूचित कर दिया है जिसमें सबसिडी राशि दी गई है। रूफटॉप सोलर के लिए 30 से 40 प्रतिशत की छूट दी है।
3 से 4 किलोवाट क्षमता तक के पैनल पर 30 से 40 प्रतिशत तक सबसिडी मिलेगी। उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया कि वे योजना का लाभ उठाने के लिए आगे आएं और यू.टी. चंडीगढ़ को 100 प्रतिशत आर.ई. बनाने में योगदान दें।
500 वर्ग गज से ऊपर के आवासीय घरों के लिए अनिवार्य है :
होम सैक्रेटरी ने कहा कि शहर में ग्राऊंड माऊंटेड सोलर सिस्टम के लिए सीमित गुंजाइश और क्षमता है, इसलिए रूफटॉप एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहां क्षमता का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि यह सुविधा 500 वर्ग गज से ऊपर के आवासीय घरों के लिए अनिवार्य है लेकिन छोटे भूखंड के आकार वाले घर भी योजना का लाभ उठा सकते हैं।