Edited By Priyanka rana,Updated: 29 Aug, 2019 10:55 AM
पंजाब यूनिवर्सिटी बुधवार को स्टूडैंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) ने अपनी पार्टी को रीलॉन्च किया। हाईकोर्ट बार एसोसिएशशन के पूर्व सैके्रटरी संतोख विंदर सिंह ने पार्टी लॉन्च की।
चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी बुधवार को स्टूडैंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) ने अपनी पार्टी को रीलॉन्च किया। हाईकोर्ट बार एसोसिएशशन के पूर्व सैके्रटरी संतोख विंदर सिंह ने पार्टी लॉन्च की।
उन्होंने कहा कि कैंपस में इस समय पॉलीटिकल पार्टियां स्टूडैंट्स काऊंलिस हावी है, जबकि कैंपस में स्टूडैट्स रहते हैं। इसलिए स्टूडैंट्स पार्टियों को कैंपस में जीतने का मौका मिलना चाहिए। स्टूडैंट्स अपने प्रतिनिधि अपने में से ही चुनें। इसीलिए सोपू पार्टी को रि-लॉन्च किया गया है। सोपू अपने उसी स्तर पर पहुंचना चाहती है, जहां पर कभी वह 1997 में थी। इस बार सोपू एक ही पद ज्वाइंट सैक्रेटरी पर लड़ेगा। इसके बाद साल दर साल आगे बढ़ेगा। इस पद करमबीर सिंह लड़ेंगे।
ये है एजैंडा :
-स्पोर्ट्स स्टूडैंट्स के लिए रैस्ट रूम और हॉस्टल की सुविधा
-कैंपस में लाईटिंग की व्यवस्थता बढ़ाई जाए और ब्वॉयज हॉस्टल में वॉशिंग मशीन की सुविधा
-बिल जमा करवाने के लिए कैंटीन।
-साइंस लैब में लैब एक्विपमैंट बढ़ाने, सिक्योरिटी गार्ड बढ़ाने , लड़कियों के हॉस्टल नंबर 3 व 4 में बैक गेट 24 घंटे खुले रहने की सुविधा होनी चाहिए।
-कैंपस में वाटर टैंक बढ़ाए जाए और हॉस्टलों में फ्रैश पानी की टंकिया भी बढा़ई जाए।
साल 1997 में हुए थे डायरैक्टली चुनाव :
स्टूडैंट्स पार्टी पर साल 1984 से 1995 तक बैन था। कैंपस में 1995 से लेकर 1997 तक इन डायरैक्ट चुनाव थे। कैंपस 1997 से डायरैक्टली चुनाव होने लगे। 1997 में भी सोपू लॉन्च की गई थी। उस वक्त पार्टी को लॉन्च करने में डी.पी.एस. रंधावा, हरिंद्र सिंह भुल्लर, परमप्रीत सिंह बराड़, हरप्रीत पिंकू, बलजिंद्र सिंह और अजय पाल सिंह सीनियर लीडर थे।
आज भी ये सभी सोपू के साथ ही हैं। सत्र 1997 में यह चुनाव 13 वर्ष बाद हुए थे। साल 2015 से कैंपस से पी.यू. में इस पार्टी का अस्तित्व खत्म हो गया है। लेकिन सोपू अब फिर से अपना आसिस्तव बनाने में जुट गई है। सोपू के साथ लॉरेंस बिश्नोई का नाम जुडऩे के सवाल में संतोख विंदर सिंह ने कहा कि जब पार्टी का समय खराब चल रहा था तो इस तरह के नाम पार्टी के साथ जुड़े, लेकिन अब यह धीरे-धीरे ठीक कि या जा रहा है।
पॉलीटिकल पार्टियों के दबाव में गिरी रैंकिंग :
पार्टी प्रैजीडैंट बलराज सिंह ने बताया कि हमने बहुत से स्टूडैंट्स मुद्दे उठाए। अगर काऊंसिल में आते हैं उन पर काम किया जाएगा। पॉलिटीकल पार्टियों का जब से यहां दबदबा बढ़ गया है तो पी.यू.की रैंकिंग भी गिर गई है।
ए.बी.वी.पी. ने पारस रतन को प्रैजीडैंट पद के लिए उतारा :
छात्र संघ चुनावों के लिए ए.बी.वी.पी. ने अपना प्रैजीडैंट पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा की है। इस पद लॉ स्टूडैंट पारस रतन को मैदान में उतारा है।
एन.एस.यू.आई. ने किया प्रैजीडैंट के उम्मीदवार की घोषणा :
एन.एस.यू.आई. की ओर से प्रैजीडैंटल उम्मीदवार के पद पर यू.आई.टी. के निखिल नरमिता चुनाव लडेंगे। बुधवार को एन.एस.यू.आई. की ओर से उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी गई। इस अवसर एन.एस.यू.आई. के अध्यक्ष विशाल चौधरी, स्टेट प्रैजीडैंट गुरजोत संधु, सचिन गालव, प्रदीप गुज्जर उपस्थित थे।