Edited By Ajesh K Dharwal,Updated: 01 Mar, 2021 08:59 PM
2 दिन की छापेमारी में 7 हजार 710 प्रतिष्ठानों में पहुंची टीम, 2735 में पकड़ी बिजली चोरी
चंडीगढ़, (बंसल): मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए फ्री हैंड दिया तो बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने चोरी करने वालों के खिलाफ डंडा चला दिया। बता दें कि मुख्यमंत्री लगातार बिजली विभाग की गतिविधियों पर निगाह बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री के पास सी.आई.डी. से इनपुट था कि प्रयासों के बावजूद बड़े संस्थानों में बिजली चोरी होती है।
दूसरी तरफ मंत्री भी बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते थे और मुख्यमंत्री ने उनसे चर्चा दौरान रणनीति बनाकर लगातार छापेमारी करने के लिए कहा। चुपचाप 15 दिन तक छापेमारी की रणनीति तैयार हुई और बैठकों में बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. दास और सी.आई.डी. चीफ शामिल होते थे। फिर 2 दिन तक लगातार छापेमारी अभियान चला जो आगे भी जारी रहने वाला है। मुख्यमंत्री ने गत दिन पत्रकारों से चर्चा दौरान बताया कि छापेमारी के बाद एक भी सिफारिश उनके पास नहीं आई, हां किसी संस्थान में छापेमारी दौरान चोरी पकड़ी लेकिन पता चला कि मामला नहीं बनता तो उसे विभागीय स्तर पर छोड़ दिया गया।
‘10 शहरों में 2 दिन लगातार चली छापेमारी’
गुरुग्राम और फरीदाबाद में कई बड़े औद्योगिक संस्थानों में भी छापेमारी की गई जिन पर अब तक कोई रेड नहीं डाल पाया था। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के तहत आने वाले 10 शहरों में लगातार 2 दिनों तक चली छापेमारी दौरान बिजली निगमों की टीम 7 हजार 710 प्रतिष्ठानों में पहुंची। इनमें घरेलू, गैर-घरेलू यानी कमॢशयल और औद्योगिक प्रतिष्ठान शामिल हैं।