Edited By Priyanka rana,Updated: 14 Nov, 2018 08:32 AM
सैक्टर-42 स्थित गवर्नमैंट कालेज फॉर गर्ल्स की अथॉरिटी से परेशान होकर बी.सी.ए. सैकेंड ईयर की छात्रा भावना ने 18 फरवरी, 2018 को हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या की थी।
चंडीगढ़(सुशील) : सैक्टर-42 स्थित गवर्नमैंट कालेज फॉर गर्ल्स की अथॉरिटी से परेशान होकर बी.सी.ए. सैकेंड ईयर की छात्रा भावना ने 18 फरवरी, 2018 को हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या की थी।
पुलिस ने कालेज अथॉरिटी पर कोई कार्रवाई नहीं की थी तो परिजनों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत के आदेश के बाद सैक्टर 36 थाना पुलिस ने अंबाला निवासी राकेश विज की शिकायत पर बेटी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले कालेज अथॉरिटी पर मामला दर्ज किया है। पुलिस अब जांच करेगी कि भावना को कालेज में किस-किस टीचर ने तंग किया था।
पुलिस के अनुसार 18 फरवरी को भावना ने हॉस्टल के कमरा नं 82 में पंखे से फंदा लगा लिया था। भावना को कमरे में फंदे पर लटका देख छात्राओं ने मामले की सूचना हॉस्टल इंचार्ज और कालेज अथॉरिटी को दी थी। हास्टल स्टाफ ने भावना को पंखे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया था, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
कालेज प्रशासन पर लगाए थे तथ्य छिपाने के आरोप :
परिजनों ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी को कालेज अथॉरिटी ने परेशान कर रखा था। इस कारण बेटी ने फंदा लगाया। परिजनों ने कॉलेज प्रशासन पर तथ्य छिपाने के आरोप लगाए थे। कालेज में हंगामा होने पर मौके पर पुलिस को बुलाया गया था। वे कालेज अथॉरिटी पर मामला दर्ज करवाने सैक्टर 36 थाने में भी गए थे, लेकिन पुलिस ने जांच का आश्वासन देकर उन्हें वापस भेज दिया था।
परिजनों ने उठाए थे सवाल :
-भावन पढ़ाई में बहुत होशियार थी, उसके बावजूद कालेज अथॉरिटी ने उसे क्यों परेशान किया गया।
-हॉस्टल में जब भावना का अपना कमरा था तो उसने किसी और के कमरे में जाकर फंदा क्यों लगाया।
-हॉस्टल में पुलिस को सूचना दिए बिना भावना को फंदे से उतारकर अस्पताल क्यों पहुंचाया गया।
-जिन छात्राओं ने उसे फंदे से उतारा, आखिर उनसे भावना के परिजनों को क्यों नहीं मिलने दिया गया।
-जिस दोस्त ने भावना की तबीयत खराब होने की सूचना दी थी, उससे क्यों नहीं मिलने दिया गया।