Edited By Priyanka rana,Updated: 12 Dec, 2019 11:15 AM
यू.टी. प्रशासन के एनिमल हस्बेंडरी विभाग ने सुखना व धनास लेक पर सर्विलांस एंड मॉनीटरिंग प्रोग्राम चालू किया है। इसका मकसद यहां आए प्रवासी व लोकल पक्षियों में हो रही बीमारी पर नजर रखना है।
चंडीगढ़(साजन) : यू.टी. प्रशासन के एनिमल हस्बेंडरी विभाग ने सुखना व धनास लेक पर सर्विलांस एंड मॉनीटरिंग प्रोग्राम चालू किया है। इसका मकसद यहां आए प्रवासी व लोकल पक्षियों में हो रही बीमारी पर नजर रखना है।
डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बुधवार को सुखना लेक और धनास की लेक पर माइग्रेटरी बर्ड्स के 25 सैंपल लिए। टीम ने यूटी के साथ लगते गांवों से बैकयार्ड पोल्ट्री के 55 सैंपल और कमर्शियल पोल्ट्री फार्म से 25 सैंपल एकत्रित किए। सैंपल लेकर रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लेबोरट्री (आर.डी.डी.एल.) जालंधर को भेजे गए हैं, जहां पता लगाया जाएगा कि पक्षियों में कोई बीमारी तो नहीं है।
सर्दियों में दूरदराज से आते हैं पक्षी :
डिपार्टमैंट के ज्वाइंट डायरैक्टर डा. कंवरजीत सिंह ने बताया कि विभाग सभी जानवरों और पक्षियों में होने वाली बीमारियों को लेकर सजग रहता है और लगातार मॉनीटरिंग करता रहता है। खासतौर से जब प्रवासी पक्षी लेक पर पहुंचते हैं तो बहुत एहतियात रखने की जरूरत है। इसी को मद्देनजर रखते हुए सर्विलांस शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि सर्दियों में दूरदराज के स्थानों से प्रवासी पक्षी बड़ी तादाद में चंडीगढ़ पहुंचते हैं। कई मर्तबा ऐसा हुआ है कि इन पक्षियों में वायरल इन्फैक्शन पाया गया। बीते समय में बर्ड फ्लू होने की जानकारी प्रशासन को मिली थी जो न केवल एक पक्षी से दूसरे पक्षी बल्कि इंसानों में भी फैल सकती है। यही वजह है कि पक्षियों पर कड़ी नजर रखनी जरूरी है।