Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2018 08:30 AM
केवल एक दिन की बरसात से सुखना लेक को नई लाइफ मिल गई। पिछले सप्ताह जहां सुखना लेक का वाटर लेवल 1155 तक पहुंच गया था वहीं, सुखना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी में हुई बरसात की वजह से अब लेक का वाटर लैवल बढ़कर 1156 फीट के पास पहुंच गया है, जो पिछले साल की...
चंडीगढ़(विजय) : केवल एक दिन की बरसात से सुखना लेक को नई लाइफ मिल गई। पिछले सप्ताह जहां सुखना लेक का वाटर लेवल 1155 तक पहुंच गया था वहीं, सुखना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी में हुई बरसात की वजह से अब लेक का वाटर लैवल बढ़कर 1156 फीट के पास पहुंच गया है, जो पिछले साल की मौजूदा स्थिति की तुलना में काफी अधिक है।
खास बात यह है कि पिछले साल जून में सुखना लेक का वाटर लैवल 1152 फीट तक पहुंच गया था। जिस वजह से लेक के एक हिस्से के सूखने तक की नौबत आ चुकी थी लेकिन इस साल जून में ही लेक का वाटर लैवल लगभग 1156 फीट तक पहुंचा हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून आने की उम्मीद है। अगर इस साल औसत बरसात भी हुई तो भी सुखना लेक के सूखने की नौबत इस साल नहीं आएगी।
अधिकारियों की मानें तो सुखना लेक का वाटर लैवल औसतन 1154 फीट रहता है। लेकिन जून में वाटर लैवल के 1156 फीट तक पहुंच जाने से फिलहाल लेक के सूखने की उम्मीद कम है। फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमैंट के अनुसार शनिवार को कांसल के एरिया में 23 एम.एम. और लॉग हट में 22 एम.एम. बारिश हुई थी। इन्हीं एरिया से अधिकांश पानी लेक में आता है।
फिर भी लगेगा सीवरेज प्लांट :
लेक का वाटर लैवल बेशक बढ़ा हो लेकिन प्रशासन जल्द से जल्द अपने सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट के प्रोजैक्ट को पूरा करने की कोशिश में है। इस साल अगर बरसात उम्मीद के मुताबिक होती है तो भी किशनगढ़ के पास सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट लगाने का काम अगले वर्ष गर्मियों से पहले पूरा करने का टारगेट फिक्स किया गया है। प्रशासन नहीं चाहता है कि भविष्य में सुखना में पानी की कोई कमी रहे इसलिए जल्द ही प्लांट लगाने के लिए एजैंसी फाइनल कर ली जाएगी।