Edited By pooja verma,Updated: 23 Jun, 2019 12:24 PM
ट्रैफिक पुलिस की सोच है कि वो ट्रैफिक पार्क के जरिये लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करें, लेकिन यदि कोई ट्रैफिक पार्क चला जाए तो यही पूछता थक जाएगा कि यहां पर क्या है। क्योंकि पार्क में लगे हुए सिगनलस की हालत बेहद ही खराब है।
पंचकूला (चंदन): ट्रैफिक पुलिस की सोच है कि वो ट्रैफिक पार्क के जरिये लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करें, लेकिन यदि कोई ट्रैफिक पार्क चला जाए तो यही पूछता थक जाएगा कि यहां पर क्या है। क्योंकि पार्क में लगे हुए सिगनलस की हालत बेहद ही खराब है।
लोग ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक हो, इसके लिए इस पार्क को बनाया गया था। जिसमें ट्रैफिक से जुड़े सिगलस बनाए गए थे, ताकि रोड़ पर चलते वक्त लोग उनका मतलब समझ सकें।
पार्क में जहां लोगों को सही ढंग से ट्रैफिक नियमों की जानकारी नही मिल पाएगी। वहीं शौचालय की कमी भी साफ महसूस होगी। क्योंकि दो शौचालय है, जिसमें से 1 पर माली तो दुसरे की बदहाली देखी नही जाती।
पुलिस व लोगों के लिए बनाए शौचालय पर माली का डेरा
ट्रैफिक पार्क में पुलिस व वहां आने वाले लोगों के लिए जो शौचालय बनाया गया है, उस पर पार्क का माली कब्जा जमाएं बैठा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब ट्रैफिक कर्मचारियों व अन्य लोगों को यदि शौचालय जाना हो तो वहां पर शौचालय में नही जा सकतें।
इसके अलावा दुसरा जो शौचालय है, उसकी हालत बेहद दयनीय है। जिसके चलते लोग शौच के लिए वहां पर भटकते रहते है। प्रशासन नींद में है, क्योंकि उसे ये तक मालूम नही कि शौचालय में किसी व्यक्ति ने अपने रहने की जगह बना दी है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस शौचालय को कब खाली करवाकर लोगों की सुविधा के लिए खोलेगा। यह भी जांच का विषय है कि माली किसने कहने पर यहां पर कब्जा जमाएं बैठा है।
जैब्रा क्रॉसिंग भी मिट चुकी है
ट्रैफिक पार्क इस उदेश्य से बनाई गई, ताकि लोग ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूक हो सके, लेकिन यदि ट्रैफिक पार्क की हालत देखें तो लगता नही की कोई वहां पर ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक होगा। अब बात करते है पार्क में बनाई गई प्रदर्शनी की, जिसमें जो जैबरा क्रॉसिंग बनाई गई है, वो मिट चुकी है, जिसका मतलब नही समझा जा सकता।
इसके अलावा ट्रैफिक पार्क के अंदर फ्लाईओवर, ब्रिज, बसस्टॉप, पैट्रोल पंप, रेलवे स्टेशन, ट्रैफिक सिग्नल आदि के मॉडल भी बनाए हुए जो अपनी बदहाली पर आसू बहा रहे है। प्रशासन को चाहिए कि वो लोगों को जागरूक करने के लिए बनाई पार्क की जल्द हालत में सुधार करें।