Edited By bhavita joshi,Updated: 10 Jun, 2019 12:49 PM
ग्रास रूट पर टैनिस को प्रोमोट करने के मकसद से बनाए गए टैनिस कोर्ट को शिक्षा विभाग 3 माह बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह में शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है।
चंडीगढ़(लल्लन यादव) : ग्रास रूट पर टैनिस को प्रोमोट करने के मकसद से बनाए गए टैनिस कोर्ट को शिक्षा विभाग 3 माह बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह में शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है। जानकारी के अनुसार विभाग ने टैनिस अकादमी से बेहतर रिजल्ट न आने के कारण इसे मार्च माह में बंद कर दिया था। अब जुलाई के बाद इंटर स्कूल प्रतियोगिताओं शुरू होने वाली हैं और शिक्षा विभाग ने इसे ध्यान में रखते हुए बंद पड़े शहर के 4 टैनिस कोर्ट को दोबारा ओपन करने का फैसला किया है।
ग्रास रूट पर टैनिस को प्रोमोट करने के लिए शिक्षा विभाग व सी.एल.टी.ए. में एम.ओ.यू. भी साइन हुआ था ताकि टैनिस को प्रोमोट किया जा सके लेकिन यह प्रोपोजल अधिक दिन तक नहीं चला। 2019-20 इंटर स्कूल का सैशन तकरीबन अगस्त के दूसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगा। ऐसे में शिक्षा विभाग ने टैनिस में बेहतर खिलाड़ी तैयार करने तथा नैशनल में चुनने की तैयारी भी शुरू कर दी है। इसके तहत विभाग बंद किए गए चारों टैनिस कोर्ट को ओपन भी कर रहा है। विभाग ने प्रोपोजल भी तैयार कर लिया गया है, जिसके तहत विभाग अब कोच व ट्रेनर नियुक्त कर सकता है। इन सबसे बातों को ध्यान में रखते हुए विभाग समर वेकेशन के दौरान ही फैसला करने वाला है।
शहर के चार स्कूलों में बनाए गए हैं टैनिस कोर्ट
स्कूली स्तर पर टैनिस को प्रोमोट करने के लिए शिक्षा विभाग ने शहर के 4 स्कूलों में टैनिस कोर्ट बनाए थे जिन पर लगभग 5 लाख रुपए का खर्च आया था। इन चारों स्कूलों में 4 सैंटर कोर्ट बनाए गए थे जिनमें विभाग इंटर स्कूल चैम्पियनशिप का भी आयोजन कर रहा था। वहीं, इन कोर्ट में स्कूल टाइम के बाद बाहरी लोग भी मैंबरशिप के साथ खेल सकते हैं।
विभाग ने इन स्कूलों में बनाए थे टैनिस कोर्ट
-जी.एम.एस.एस.एस.-23
-जी.एम.एस.एस.एस.-33
-जी.एम.एस.एस.एस.-41
-जी.एम.एस.एस.एस.-16
5 साल से इन कोर्ट के खिलाडिय़ों का नैशनल लैवल पर रिजल्ट शून्य
टैनिस को प्रोमोट करने के लिए शिक्षा विभाग व सी.एल.टी.ए.के बीच जो समझौता हुआ था, उसके अनुसार विभाग ने शहर के 4 स्कूलों में बने टैनिस कोर्ट में स्कूली बच्चों को स्कूल टाइम तथा स्कूल के बाद ट्रेनिंग देने की योजना बनाई थी। इसमें कोच सी.एल.टी.ए. ने रखने थे लेकिन लेकिन सैलरी शिक्षा विभाग ने मुहैया करवानी थी।
पिछले 5 साल का रिकार्ड चैक किया जाए तो इन 4 चारों टैनिस अकादमियों के खिलाड़ी नैशनल लैवल पर बेहतरीन प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। हालांकि कुछ खिलाडिय़ों ने इंटर स्कूल प्रतियोगिता में पदक जीते थे लेकिन नैशनल में वह फ्लॉप ही साबित हुए। ऐसे में विभाग ने यह फैसला लिया गया कि जब रिजल्ट बेहतर नहीं हैं तो क्यो न इन्हें अकादमियों को बंद कर दिया जाए। इसके बाद शिक्षा विभाग ने मार्च में इन चारों सैंटरों पर ताला लगा दिया था।