Edited By bhavita joshi,Updated: 17 Jul, 2019 12:13 PM
डड्डूमाजरा में जे.पी. एसोसिएट्स द्वारा स्थापित ग्रीन टेक गारबेज प्रोसैसिंग प्सांट द्वारा शहर का सारा कचरा न लिए जाने के चलते हर सैक्टर-में खुले सहज सफाई केंद्र (एस.एस.के.) भी कचरे से भर गए हैं।
चंडीगढ़(राय): डड्डूमाजरा में जे.पी. एसोसिएट्स द्वारा स्थापित ग्रीन टेक गारबेज प्रोसैसिंग प्सांट द्वारा शहर का सारा कचरा न लिए जाने के चलते हर सैक्टर-में खुले सहज सफाई केंद्र (एस.एस.के.) भी कचरे से भर गए हैं। प्लांट की हालत का जायजा लेने के लिए निगम कमिश्नर के.के. यादव मंगलवार को अचानक गारबेज प्लांट में पहुंच गए। उनके साथ निगम के स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य संबंधित मुख्य स्वच्छता निरीक्षक और निगम की स्वच्छता विंग के एस.आई. भी थे।
सूत्रों के अनुसार आयुक्त गारबेज प्लांट के भीतर की स्थिति देखकर दंग रह गए। हर ओर लगे कचरे के ढेरों के चलते प्लांट में और कचरा लेने व उसे रखने की क्षमता ही नहीं पाई गई। इस दौरान आयुक्त ने निगम के वाहनों की लॉगबुक और दैनिक प्रविष्टियों की जांच की, जो प्रसंस्करण संयंत्र में कचरा लेकर जा रहे थे। बताया जाता है कि आयुक्त यह देख कर चकित थे कि पिछले 15 दिनों में निगम के वाहनों ने तो करीब 450 चक्कर लगाए लेकिन प्लांट के भीतर केवल 202 ही गए।
48 घंटे के भीतर कचरे को साफ करने के निर्देश
यादव ने शहर में बिखरे कचरे को देख शहर में 48 घंटे के भीतर एस.एस.के. में जमा कचरे को साफ करने के लिए एम.ओ.एच. को व्यवस्था करने का आदेश दिए। उन्होंने संबंधित सी.एस.आई. और एस.आई. को जे.पी. प्लांट के अधिकारियों द्वारा शिफ्ट के आधार पर 24 घंटे की ड्यूटी पर कचरे के प्रसंस्करण की निगरानी करने का निर्देश दिए। उन्होंने ने संयंत्र में निगम के वाहनों से कचरा लेने के लिए सही स्थिति नहीं बनाने के लिए जे.पी. प्लांट के अधिकारियों को नोटिस जारी करने के लिए एम.ओ.एच. को आदेश दिया। उन्हें निर्देश दिए गए कि वह संयंत्र के भीतर जमा पानी के कारण निगम के वाहनों को हुए नुक्सान का आंकलन करें।
जमा कचरे को रोजाना थोड़ा-थोड़ा प्रोसैस करें
निगम कमिश्नर ने जे.पी. प्लांट के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्लांट में प्रवेश करने वाले वाहनों के सही समय का उल्लेख करके वेटब्रिज में उचित लॉगबुक बनाए रखें और कचरा उतारने के बाद यह भी जांच करें कि एक वाहन ने कचरा प्लांट के अंदर कचरा उतारने में कितना समय लिया। उन्होंने प्लांट अधिकारियों को निर्देश दिया कि बिना किसी प्रकार की देरी के अक्सर प्लांट के भीतर कचरा ले जाने वाले निगम वाहनों के लिए उचित प्रवेश और निकास बनाए रखें। उन्होंने बारिश के पानी के उचित और वैज्ञानिक निपटान के लिए भी उन्हें निर्देशित किया। उन्होंने संयंत्र में आने वाले सारे कचरे का निष्पादन करने के निर्देश भी प्लांट प्रबंधकों को दिए। उन्होंने प्लांट में जमा कचरे को भी प्रतिदिन थोड़ा-थोड़ा कर निष्पादित करने के निर्देश प्लांट प्रबंधकों को दिए।