Edited By pooja verma,Updated: 21 May, 2020 02:35 PM
मलेरिया की दवा का अब कोरोना पेशैंट्स पर असर देखा जाएगा।
चंडीगढ़ (अर्चना सेठी) : मलेरिया की दवा का अब कोरोना पेशैंट्स पर असर देखा जाएगा। दिल्ली की सैंट्रल कॉौंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंस और चंडीगढ़ के सैक्टर-46 श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के बीच एक एम.ओ.यू. साइन किया गया है। एम.ओ.यू. के अंतर्गत आयुर्वेदिक कॉलेज को कोरोना पेशैंट्स पर मलेरिया की दवा आयुष 64 के असर को देखना है।
धनवंतरी कॉलेज को छह माह के लिए क्लीनिकल ट्रायल करने को कहा गया है। आयुष-64 का असर न सिर्फ कम वायरल लोड बल्कि ज्यादा वायरल लोड वाले पेशैंट्स पर भी देखा जाएगा। कोरोना पेशैंट्स को ट्रायल के दौरान खाने के लिए सिर्फ आयुर्वेदिक दवाएं ही दी जाएंगी।
अभी 23 मरीज एडमिट हैं श्री धनवंतरी आयुर्वैदिक कॉलेज में
श्री धनवंतरी आयुर्वैदिक कॉलेज के मैडीसिन विभाग के एच.ओ.डी. डॉ. डी.के.चड्ढा का कहना है कि कोरोना पेशैंट्स के इलाज में आयुर्वैदिक कॉलेज पी.जी.आई. और अन्य कोविड सैंटर्स की तरह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मंगलवार शाम अस्पताल से 34 कोरोना पेशैंट्स को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया है। मौजूदा समय में अस्पताल में 23 कोरोना पेशैंट्स उपचाराधीन हैं।
आयुष 64 दवा का असर देखने के लिए 24 मई से लीनिकल ट्रायल शुरू किया जाएगा। पेशैंट्स को अब आयुर्वैदिक दवा के साथ ऐलोपैथिक दवा नहीं दी जाएगी। दवा पहले मलेरिया पेशैंट्स के इलाज में दी जाती थी, उसके अच्छे नतीजे देखने को मिल चुके हैं। पेशैंट्स में दवा के असर को तो देखा ही जाएगा साथ ही यह भी देखेंगे कि दवा खाने के बाद पेशैंट्स में किसी तरह के साइड इफैट तो नहीं दिखते।