Edited By pooja verma,Updated: 28 Aug, 2018 02:51 PM
सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में आज अलग-अलग अध्यापक जत्थेबंदियां ने अपनी मांगों को लेकर डी.पी.आई. दफ्तर के बाहर धरना दिया और उसके बाद शाम के समय पर विधानसभा की तरफ मार्च किया।
मोहाली (नियामियां): सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में आज अलग-अलग अध्यापक जत्थेबंदियां ने अपनी मांगों को लेकर डी.पी.आई. दफ्तर के बाहर धरना दिया और उसके बाद शाम के समय पर विधानसभा की तरफ मार्च किया। इसी दौरान अध्यापकों ने फेज-8 के आम वाले चौक में सड़क जाम कर दी। इस कारण ट्रैफिक व्यवस्था काफी प्रभावित हुआ।
लगभग एक घंटा मुख्य सड़क बंद रही जिस कारण आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों को तब राहत मिली जब अध्यापक पैदल मार्च करते हुए यहां से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। उनके जाने के बाद ट्रैफिक व्यवस्था ठीक तरह से चालू हो सकी परंतु इन अध्यापकों को आगे चंडीगढ़ की सीमा पर ही रोक लिया गया।
डी.पी.आई. दफ्तर के आगे दिए धरने को संबोधन करते हुए राज्य को-कनवीनर हरदीप सिंह टोडरपुर, दीदार सिंह मुदकी, डा. अमृतपाल सिद्धू, गुरजिंदरपाल सिंह, व अन्य ने दोष लगाया कि वोटों से पहले मोहाली में ही कच्चे अध्यापकों के धरने में आए मौजूदा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने उनकी सभी मांगों के साथ सहमति अभिव्यक्ति की थी।
उन्होंने कहा कि अपना चुनाव वायदा भूल कर कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार की ओर से कच्चे अध्यापकों को 10,300 रुपए की मामूली तनख्वाह पर काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।