Edited By bhavita joshi,Updated: 14 Sep, 2018 10:53 AM
करोड़ों के वैट और सी फॉर्म घोटाले में विजिलैंस ने खरड़ निवासी राम तीर्थ और अंकित को गिरफ्तार कर लिया।
चंडीगढ़(सुशील): करोड़ों के वैट और सी फॉर्म घोटाले में विजिलैंस ने खरड़ निवासी राम तीर्थ और अंकित को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए दोनों आरोपियों को विजिलैंस मिडलमैन बता रही है। दोनों ही कंपनियों का वैट कम करवाने के लिए एक्साइज विभाग के कर्मचारियों के साथ सैटलमैंट करवाते थे। वैट कम करवाने के लिए एक्साइज विभाग के कर्मचारियों के कहने पर दोनों आरोपी प्राइवेट कंपनियों से मोटी रकम वसूलते थे।
लैब भेजा सर्वर
विजिलैंस टीम ने वीरवार को एक्साइज विभाग के कंप्यूटर और सर्वर को जब्त किया। सर्वर को विजिलैंस ने जांच के लिए सी.एफ.एस.एल. लैब में भेज दिया है। विजिलैंस को शक है कि मामले का खुलासा होने के बाद एक्साइज विभाग के कर्मचारियों ने कंप्यूटर से रिकार्ड डिलीट किया है। सी.एफ. एस.एल. विशेषज्ञ अब डिलीट कि या सारा डाटा रिकवर करेगा।
पांच करोड़ रुपए का जुर्माना, पांच हजार में सैटल करवाया
विजिलैंस ने इंडो स्विफ्ट कंपनी के पूर्व अकाउंटैंट विपिन मिश्रा से भी पूछताछ की। मामले में पकड़े गए विपिन मिश्रा ने विजिलैंस को शुरूआती पूछताछ में बताया कि उसने एक्साइज विभाग और दलालों से मिलकर उसने तीन लाख रुपए रिश्वत देकर पांच करोड़ का जुर्माना माफ करवाकर सिर्फ पांच हजार में सैटल करवाया था।
विपिन मिश्रा ने एक्साइज विभाग के कई कर्मचारियों के नाम बताए हैं। विजिलैंस ने पूछताछ के लिए कई दलालों और एक्साइज विभाग के कर्मचारियों को तलब किया है। इस दौरान विजिलैंस ने विभाग के कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए। इन कर्मचारियों को शुक्रवार को दोबारा बुलाया गया है।