Edited By Priyanka rana,Updated: 03 Jan, 2020 12:58 PM
साल-2018 में आयोजित यूथ ओलिम्पिक्स में भारत के लिए तीरंदाजी में रजत पदक जीतकर इतिहास रचने वाले युवा तीरंदाज आकाश मलिक को यकीन है कि टोक्यो ओलिम्पिक-2020 में भारतीय तीरंदाज जरूर पदक जीतेंगे।
चंडीगढ़(ब्यूरो) : साल-2018 में आयोजित यूथ ओलिम्पिक्स में भारत के लिए तीरंदाजी में रजत पदक जीतकर इतिहास रचने वाले युवा तीरंदाज आकाश मलिक को यकीन है कि टोक्यो ओलिम्पिक-2020 में भारतीय तीरंदाज जरूर पदक जीतेंगे।
मलिक ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का तीसरा संस्करण ओलिम्पिक ट्रायल्स के लिहाज से भारतीय टीम के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन 10 से 22 जनवरी तक गुवाहाटी में होना है। मलिक ने कहा कि टीम के लिए खिलाडिय़ों का चयन ट्रायल्स के जरिए होना है, जो कि 2020 की शुरुआत मे होंगे। ऐसे में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे संस्करण के ट्रायल्स के लिए इन खिलाडिय़ों को तैयार करने में मददगार होगा।
एशिया कप स्टेज-1 में मेन्स टीम इवेंट में स्वर्ण और एशिया कप स्टेज-11 (2018) में मिक्स्ड टीम इवेंट में रजत और मेंस टीम इवेंट में कांस्य पदक जीत चुके हिसार (हरियाणा) के मलिक ने कहा कि 2018 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पहले संस्करण में उनका अनुभव शानदार रहा था। खेलो इंडिया यूथ गेम्स युवाओं के लिए शानदार प्लेटफॉर्म है।
दोस्त को देख इस खेल में बढ़ी रूचि :
17 साल के मलिक के पिता किसान हैं। मलिका ने कहा कि मैंंने 2016 में तीरंदाजी शुरू की थी। मैंने अपने दोस्तों को हिसार में अभ्यास करते देखा था और धीरे-धीरे मेरी इस खेल में रूचि बढऩे लगी।
शुरुआती दौर में इस खेल से जुड़े महंगे उपकरण हासिल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। ओलिम्पिक गोल्ड क्वेस्ट ने हालांकि-2017 में मलिक को अपने साथ जोड़ा और उन्हें इक्वीपमैंट मुहैया कराए।
तीरदांजी महंगा खेल :
मलिक ने कहा कि तीरंदाजी एक महंगा खेल है। इसके इक्वीपमैंट महंगे आते हैं। शुरुआत में मुझे इन्हे पाने में काफी दिक्त हुई। जैसे-जैसे मैं अपने करियर में आगे बढ़ता गया, मुझे भारतीय खेल प्राधिकरण, खेलो इंडिया और ओलिम्पिक गोल्ड क्वेस्ट से आर्थिक मदद मिलने लगी। मैं 2017 में एशियन चैम्पियनशिप के लिए गया था। वहीं मैं ओलिम्पिक गोल्ड क्वेस्ट की नजर में आया। इसके बाद से यह संगठन मुझे लगातार आर्चरी इक्वीपमैंट मुहैया करवा रहा है।