Edited By bhavita joshi,Updated: 18 Jun, 2019 03:40 PM
पंचकूला में ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए होंडा की 25 मोटरसाइकिल पुलिसकर्मियों दी गई।
पंचकूला(चंदन): पंचकूला में ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए होंडा की 25 मोटरसाइकिल पुलिसकर्मियों दी गई। होंडा मोटरसाइकिल कंपनी ने पुलिस कमिश्नरेट पर पंचकूला की ट्रैफिक यूनिट को 25 नई मोटरसाइकिलें दी। इन्हें 100 पुलिस कर्मियोंं की ओर से अलग-अलग शिफ्टों में चलाया जाएगा। सैक्टर-14 थाना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि डी.जी.पी. मनोज यादव ने हरी झंडी दिखाकर इन 25 मोटरसाइकिल्स को क्विक रिस्पांस टीम का नाम दिया है उसे रवाना किया।
डी.जी.पी. मनोज यादव ने बताया कि 2018 में पंचकूला के अंदर 120 लोगों की मृत्यु एक्सीडैंट से हुई थी। जो की चिंता का विषय है। 2016 में 100 लोगों की मृत्यु एक्सीडैंट में हुई थी। जो दो साल में बढ़कर 120 हो गई है। पंचकूला ट्रैफिक पुलिस को दिए 25 मोटरसाइकिल का प्रयोग सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा और जिले में होने वाले सड़क दुर्घटनाओं में कमी आए। इस अवसर पर पंचकूला पुलिस के कमिश्नर सौरभ सिंह पुलिस, डी.सी.पी. कमलदीप गोयल, डायरैक्टर होंडा मोटरसाइकिल कंपनी हरभजन सिंह व संस्थापक डिवनिटी सर्व सीमा राजपूत वर्मा भी उपस्थित थे।
क्विक रिस्पांस टीम को सड़कों पर किया जाएगा तैनात
क्विक रिस्पांस टीम को पंचकूला जिले के नैशनल हाईवे,राज्य मार्ग व अन्य दुर्घटना संभावित सड़कों पर तैनात किया जाएगा। किसी भी रोड एक्सीडैंट या ट्रैफिक जाम की स्थिति में क्विक रिस्पांस टीम तुरन्त मौके पर पहुंच कर सड़क पर यातायात सुचारू करवाएगी। टीमें जिले में होने वाली आपराधिक घटनाओं जैसे चोरी व छीना झपटी इत्यादि की रोकथाम में भी सहायक सिद्ध होगी। जिला में पहले से ही 28 पी.सी.आर. व 26 मोटरसाइकिल राइडर आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए दिन रात तैनात है। सभी वाहन में सायरन,लाइटों से लैस हैं।
पुलिसकर्मी का भी करो चालान
डी.जी.पी. ने कहा कि स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अगर कोई पुलिस अधिकारी ट्रैफिक नियम तोड़ता है तो उसका भी चालान किया जाए और जरूरत पड़े तो उसकी फोटो खींच कर मुझे भेजें। पिछले एक साल मेंं सड़क हादसों में हरियाणा पुलिस के करीब 60 पुलिस कर्मियोंं ने अपनी जान गवां दी।
सी.सी.टी.वी. रूम का लिया जायजा
डी.जी.पी. मनोज यादव ने सैक्टर-14 थाने मेंं बने सी.सी.टी.वी कैमरे के कंट्रोल रूम का जायजा लिया। इस दौरान उन्हें बिजली के बॉक्स से तारें बाहर दिखाई दी और बॉक्स खुला था। इस बारे उन्होंने अधिकारियों को पूछा। इसके सी.सी.टी.वी. कंट्रोल रूम का जायजा लिया। उन्होंने पूरे जिले में लगाए सी.सी.टी.वी. कैसे काम करते हैं उनकी भी जानकारी ली।